• जिला कंट्रोल रूम से चिकित्सा कर्मी पूछ रहें हालचाल
• मरीजों के समस्याओं का भी हो रहा है समाधान
• होम आईसोलेशन रहने वाले मरीजों की ली जा रही स्वास्थ्य की जानकारी
• 24x7 घंटे कार्यरत है जिला नियंत्रण कक्ष
गोपालगंज। जिले में कोरोना संक्रमण का प्रसार धीरे-धीरे कम हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग अथक प्रयासों का परिणाम भी देखने को मिल रहा है। कोरोना से संक्रमित व्यक्तियों के देखभाल व समस्याओं के समाधान के लिए जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है। जिसमें रोस्टरवार कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है। यह नियंत्रण कक्ष 24x7 घंटें कार्यरत है। जिले में होम आईसोलेशन में रहने वाले कोरोना के उपचाराधीन मरीजों को दस दिनों तक फॉलोअप किया जा रहा है। कर्मियों द्वारा कॉल करके उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली जा रही है। इसके साथ हीं कंट्रोल रूम में आने वाले सभी शिकायतों का भी निपटारा किया जा रहा है।
दिन में दो बार किया जाता है कॉल:
जिला नियंत्रण कक्ष से कोरोना के उपाचाराधीन मरीजो को दिन दो बार कॉल किया जाता है। कॉल के माध्यम से उनके स्वास्थ्य के स्थिति की जानकारी एकत्रित की जाती है। मरीजों द्वारा दी गयी सूचना को निर्धारित फार्मेट में भरकर विभाग के उच्च अधिकारियो को दिया जाता है।
कार्यों की की जाती है मॉनिटरिंग:
जिला नियंत्रण कक्ष के वरीय प्रभारी जयंत कुमार चौहान ने बताया कि कंट्रोल रूम के द्वारा किये जा रहे कार्यों की प्रतिदिन मॉनिटरिंग की जाती है। यह सुनश्चित करायी जाती है कि प्रतिदिन मरीजों को कॉल किया जा रहा है या नहीं। मरीजो द्वारा दी जा रही जानकारी को प्रपत्र में सही तरीके से भरा जा रहा है या नहीं। सभी कर्मियो को निर्देश दिया गया है कि प्रतिदिन कॉल कर जानकारी लेंगे।
महिला सशक्ति करण का दृश्य:
जिला नियंत्रण कक्ष में 50 प्रतिशत महिलाओं की प्रतिनियुक्ति की गयी है। यहां पर महिला सशक्तिकरण का एक बेहतर उदाहरण देखने को मिल रहा है। जिला नियंत्रण कक्ष में ए-ग्रेड नर्स आरती कुमारी, रूबी कुमारी,रश्मि सिन्हा, शबनम कुमारी की प्रतिनयुक्ति की गयी है। वहीं चिकित्सा पदाधिकारियों में डॉ. प्रमोद कुमार शर्मा,डॉ अमित कुमार रंजन, डॉ. अशोक कुशवाहा शामिल है। इसके साथ हीं अन्य स्वास्थ्य कर्मी विक्रम तिवारी, सीताराम राम, अहमद राजा को तैनात किया गया है।
जिले का रिकवरी रेट 98.40 प्रतिशत:
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम धीरज कुमार ने बताया कि कोविड 19 संक्रमण की रोकथाम में स्वास्थ्य विभाग और आमजन की सामूहिक भागीदारी का परिणाम सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता कार्यक्रमों के बाद लोगों में नियमों का पालन को लेकर बहुत अधिक सजगता आयी है। इसका परिणाम है कि जिले में संक्रमण का रिकवरी रेट 98.40 प्रतिशत हो गया है। वहीं जिले में पॉजिटीविटी रेट भी काफी उत्साहजनक है। जिले में मात्र 1.32 प्रतिशत पॉजटिविटी रेट है। यानि 100 लोगों का अगर जांच किया जा रहा तो उसमें से मात्र एक या दो व्यक्ति संक्रमित पाया जा रहा है।
इन उचित व्यवहारों का करें पालन :
• एल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का प्रयोग करें।
• सार्वजनिक जगहों पर हमेशा फेस कवर या मास्क पहनें।
• अपने हाथ को साबुन व पानी से लगातार धोएं।
• आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।
• छींकते या खांसते वक्त मुंह को रूमाल से ढकें।