(मामला पश्चिमी चंपारण बिहार के रामनगर प्रखंड ग्रामीण क्षेत्र का)।
_विशेष संवाददाता_
_नरकटियागंज,रामनगर प०चंपारण (बिहार)_
_दिनांक -22/07/2024_
भारत के प्रधान ने पांच साल के लिए राशन फ्री कर रखा है। वही दुसरी तरफ रामनगर के कुछ खास डीलर जो अपने आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं उसमे से मुख्य रूप से रामनगर
नगर परिषद के विलासपुर निवासी जनवितरण दुकानदार राजाराम केसरी नगर परिषद के निवासी होते हुए भी तिगड़म करके ग्रामीण क्षेत्रों में डेरा - डंडा वर्षों से कायम करके अपना लाइसेंस बनवा कर महादलित उरांव बस्ती वाले पंचायत गुदगुदी के काला कुम्हिया में किराए के मकान में अपना दुकान चलाते हैं। मुस्किल से 3-4 दिन बांटते हैं उसके बाद बंद रहता है। इस बार सरकार के तरफ से
ई केवाईसी करने का आदेश हुआ है तो इस डीलर ने मई और जून का राशन ई केवाईसी के नाम पर अंगूठा लगाकर हजम कर लिया। उसमे रामनगर प्रखंड के गुदगुदी पंचायत के काला कुम्हिया गांव तथा पथरी फार्म के दलित गरीब मुसहर जाति एवं उरांव जाति के भोले भाले लोगों के साथ हुआ क्योंकि पथरी फार्म का भौगोलिक बनावट तीनो साइड से नदियों से घिरा हुआ है मसान नदी,सुखौड़ा नदी तथा पहाड़ी नदियों के बीच में बसा हुआ यह गांव है।
कही से अधिकारी बयान लेने नही पहुंच पाते हैं जिसका फायदा राजा राम केसरी डीलर को होता है। हर गांव में इस डीलर के दलाल मौजूद हैं। गरीबों का राशन बांटते समय
3-4 किलो अनाज काट लेना तो
इनका आदत बन गया है। इनकी गोदाम का तो कभी भौतिक सत्यापन होता ही नही है ना ही किसी तरह का बोर्ड लगाकर रखते हैं। इस पंचायत के मुखिया प्रमोद ठाकुर जो गरीब परिवार से आते हैं उनका तो डर डीलर को बिलकुल नहीं रहता है। जबकि मुखिया ने अपने बयान में इस बात की पुष्टि किया है की हमारे पंचायत में राजा राम केसरी के बारे में भी शिकायत मिली है। मेने अपने
द्वारा आपूर्ति अधिकारी रामनगर को सूचित किया है।
अब तो इस प्रकरण में जिलाधिकारी बेतिया से आम जनता ने प्रार्थना किया है की इस बार कम से कम S.D.M लेवल पर जांच कराके गरीबों के साथ इंसाफ करे तभी प्रधान मंत्री एवं मुख्य मंत्री के मंसूबे कामयाब होंगे।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में उसी पंचायत में अनेको डीलर हैं तो राजा राम केसरी जो शहरी क्षेत्र के करोड़पति डीलर हैं उनसे क्यों वितरण करवाया जाता है? इस पंचायत के लोगो ने इनका अनुज्ञप्ति रद्द करने का भी मांग किया है और उसी पंचायत के डीलर को राशन बांटने का आदेश दिया जाना चाहिए।