_रमेश ठाकुर - नरकटियागंज रामनगर पश्चिमी चंपारण, बिहार_
_दिनांक:- 17-02-2025_
मसान नदी के तटीय क्षेत्रों में हर साल आने वाली बाढ़ और कटाव से हजारों हेक्टेयर कृषि भूमि और स्थानीय आबादी प्रभावित होती रही है। इस गंभीर समस्या को देखते हुए बाल्मीकिनगर के सांसद डॉ. सुनील कुमार ने गुदगुदी पंचायत के काला कुमहिया में मसान नदी के दाएं भाग के सुदृढ़करण कार्य का निरीक्षण किया। सांसद ने कहा कि संसद की जल संसाधन मंत्रालय की स्थायी समिति के सदस्य के रूप में उन्होंने इस विषय को प्रमुखता से उठाया था। इसके परिणामस्वरूप केंद्र और राज्य सरकार ने इस पर गंभीरता दिखाई और विस्तृत निरीक्षण के बाद 214 करोड़ रुपये की लागत से इस परियोजना को स्वीकृति दी गई।
सांसद सुनील कुमार ने बताया कि हर साल मसान नदी के कटाव से सैकड़ों किसानों की फसल नष्ट हो जाती थी, जिससे ग्रामीणों को भारी नुकसान उठाना पड़ता था। इस परियोजना के तहत नदी के किनारों को सुदृढ़ किया जाएगा, जिससे आसपास की कृषि भूमि और आबादी की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। बिहार कैबिनेट द्वारा स्वीकृत इस योजना से हजारों हेक्टेयर जमीन को कटाव से बचाया जा सकेगा।
निरीक्षण के दौरान सांसद ने अधिकारियों को गुणवत्ता पूर्ण निर्माण कार्य सुनिश्चित करने के कड़े निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस योजना में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना से स्थानीय किसानों और ग्रामीणों को राहत मिलेगी और आने वाले समय में कटाव की समस्या से स्थायी समाधान मिलेगा।
सांसद सुनील कुमार ने इस महत्वपूर्ण परियोजना की मंजूरी के लिए बिहार सरकार, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्र सरकार के जल संसाधन विभाग को आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र के संयुक्त प्रयासों से यह परियोजना संभव हो सकी है, जिससे इस क्षेत्र के लोगों को स्थायी समाधान मिलेगा।
इस निरीक्षण कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण जनप्रतिनिधि और अधिकारी भी शामिल हुए। इसमें कार्यपालक अभियंता, पूर्व विधायक प्रभात रंजन सिंह, सांसद प्रतिनिधि जितेंद्र कुशवाहा, रामनगर प्रखंड अध्यक्ष संजय मिश्रा, जदयू नेता प्रेम सिंह, वीरू पटेल, सुभाष कुशवाहा आदि उपस्थित रहे।
मसान नदी के सुदृढ़ीकरण कार्य की शुरुआत से ग्रामीणों और किसानों में खुशी का माहौल है। वर्षों से नदी के कटाव से परेशान स्थानीय लोगों को अब राहत मिलेगी। किसानों ने सांसद सुनील कुमार के प्रयासों की सराहना की और इस परियोजना को क्षेत्र के लिए वरदान बताया।
यह परियोजना पूरी होने के बाद न सिर्फ किसानों की भूमि कटाव से सुरक्षित होगी, बल्कि आसपास के गांवों में भीषण बाढ़ की समस्या पर भी नियंत्रण पाया जा सकेगा। यह सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो क्षेत्र के लोगों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगी।