_रमेश ठाकुर - बगहा, पश्चिमी चंपारण (बिहार)_
_दिनांक:- 17 फरवरी 2025_
तिरुपति शुगर मिल, बगहा में गन्ने की कमी के कारण मिल का संचालन प्रभावित हो रहा है। गन्ने की आपूर्ति में कमी के चलते मिल को पूरी क्षमता के अनुरूप नहीं चलाया जा रहा, जिससे मिल प्रबंधन को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। इस स्थिति को देखते हुए, मिल प्रशासन ने किसानों से आग्रह किया है कि वे अपने खेतों में शेष गन्ने की आपूर्ति शीघ्र सुनिश्चित करें।
मिल प्रबंधन के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से गन्ने की उपलब्धता में लगातार गिरावट देखी जा रही है। गन्ने की पर्याप्त आपूर्ति न होने के कारण मिल को अपनी क्षमता से कम पर संचालन करना पड़ रहा है। इससे उत्पादन प्रभावित हो रहा है और आर्थिक नुकसान भी हो रहा है।
प्रशासन ने बताया कि 31 जनवरी 2025 से मिल गेट पर गन्ने की मुक्त खरीद (चालान फी) की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी, ताकि किसानों को सहूलियत मिल सके और गन्ने की उपलब्धता बढ़े। लेकिन इसके बावजूद, गन्ने की आपूर्ति में कोई विशेष वृद्धि नहीं देखी गई। इससे यह प्रतीत हो रहा है कि अधिकांश किसानों के पास अब मिल में आपूर्ति योग्य गन्ना समाप्त होने की स्थिति में है।
मिल प्रशासन ने सभी किसानों से अनुरोध किया है कि यदि उनके पास अभी भी आपूर्ति योग्य गन्ना (बीज गन्ना को छोड़कर) बचा हुआ है, तो वे उसे 21 फरवरी 2025 तक मिल में भेज दें। अगर निर्धारित समय सीमा के बाद गन्ना शेष रह जाता है, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी किसानों की स्वयं होगी।
इस महत्वपूर्ण सूचना को राज्य के उच्च अधिकारियों को भी प्रेषित किया गया है। जिनमें ईखायुक्त, बिहार, पटना; समाहर्ता, पश्चिम चंपारण, बेतिया; सहायक ईखायुक्त, उत्तर बिहार, मुजफ्फरपुर; ईख पदाधिकारी, रामनगर अंचल, बेतिया; विशेष ईख पदाधिकारी, गोपालगंज; अनुमंडल पदाधिकारी, बगहा, पं. चंपारण; और निरीक्षक, माप एवं तौल विभाग, बगहा शामिल हैं।
मिल प्रबंधन ने स्पष्ट किया कि गन्ना किसानों के सहयोग के बिना मिल का सुचारू संचालन संभव नहीं है। इसलिए किसानों से आग्रह किया जाता है कि वे मिल की इस गंभीर स्थिति को समझें और समय पर अपने गन्ने की आपूर्ति सुनिश्चित करें। इससे न केवल मिल का उत्पादन सुचारू रहेगा, बल्कि किसानों को भी उनके गन्ने का उचित मूल्य समय पर प्राप्त होगा।