_विशेष संवाददाता_
_बगहा पश्चिमी चंपारण (बिहार)_
_दिनांक - 27/08/2024_
पश्चिमी चंपारण के बगहा नगर परिषद के बॉर्डर मलपुरुवा नदी के पास तैरता हुआ मिला अनेकों खाद्य सामग्री जैसे - एक्सपायरी डेट का बिस्किट ,कुरकुरे सहित कई प्रकार की वस्तुओं को लोगों ने तैरता देख कर युद्ध स्तर पर ठीक - ठाक मल समझ कर नदी में उतर कर छान लिया परंतु देखने पर पता चला कि यह सभी वस्तुएं 2022/23 में ही इसका डेट एक्सपायरी हो चुका है । जिसे लोगों ने पशुओं को भी खिलाना मुनासिफ नही समझा क्योंकि खाने के बाद पशु भी बीमार हो सकते थे।
मनुष्य को कौन बतावे? आम लोगो में चर्चा है कि लौरिया में बिक्री कर विभाग ने जो छापा कर कुछ दुकानों का जांच किया है जिसके भय से इस माल को या तो सोझी घाट पुल के पास हरहा नदी में गिराया गया है या तो नरौल बरौल पुल के पास गिराया गया हो सकता है जो खाद्य आपूर्ति विभाग के जांच का विषय है।
सबसे बड़ी बात यह है कि आखिर इतने भरी मात्रा में यह सब सामग्री बिस्किट,चॉकलेट,कुरकुरे वगैरह कैसे
लोगों के पास रह जाता है तथा उसे थोड़े मात्रा में क्यों नहीं फेक देते हैं?
जनहित में यह बहुत ही चिंता का विषय है।
बगहा - नगर के मलपुरवा पुल के नीचे बह रही हरहा नदी में हजारों की संख्या में पारले जी बिस्किट सहित कई कंपनियों का चॉकलेट, भुजिया इत्यादि बना पैकेट, लोगो मे बना चर्चा का विषय। जिसे पाने के लिए ग्रामीणों में होड़ मची रही वही बड़ी संख्या में भनक लगते ही लोगो में कई तरह की बाते हो रही थी। जानकारी के मुताबिक बता दे की इस खाद्य सामग्री को किसने लाखो रुपये के लागत को नदी में बहाया इसकी कोई जानकारी प्राप्त नही हो सकी है? जब सभी सामग्री को कई लोगो ने नदी से निकाला तो सबसे पहले चेक करने पर सब सामग्रियों की एक्सपायरी डेट वर्ष 22/ 23 पाई गई। प्रश्न की बात करे तो फुड अधिकारियों व सेलटैक्स के जांच की भय से इसको नदी में बहा दिया गया है। चाहे जो भी ब्यवसाई हो अगर वह भूलवश इसको मार्केट में बेचा होता तो कई जिंदगियां तबाह हो सकती थी जो एक जांच का विषय है।