कहा जाता है कि इलाज से बचाव बेहतर है। प्रारंभिक अवस्था में बच्चों को मूल बातें समझाना बहुत महत्वपूर्ण है। यदि युवाओं को अच्छी स्वच्छता बनाए रखने के लिए समझाया जाए, तो बीमारी की चपेट में आने की संभावना को कम किया जा सकता है। भारत में मां/बच्चे की नैतिकता दर चिंताजनक है। गर्भावस्था के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों पर सही स्वास्थ्य शिक्षा सुरक्षित प्रसव सुनिश्चित कर सकती है और बच्चे/माँ की नैतिकता दर को भी कम करेगी। कर्नाटक की एनसीसीएचडब्ल्यूओ इकाई ने 7 अप्रैल 2022 को श्री शारदा पब्लिक स्कूल, मैसूर में छात्राओं के लिए शिक्षाप्रद व्याख्यान आयोजित करने की योजना बनाई।
2. मदर केयर क्लिनिक के सहयोग से डॉ सोनिया मंडपा द्वारा एक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। छात्राओं को गर्भावस्था से पहले, गर्भावस्था की अवधि और प्रसव के बाद की अवधि के दौरान मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के टिप्स दिए गए। इस अवसर पर दी गई थीम थी, *"हमारा ग्रह हमारा स्वास्थ्य"*। कॉमरेड्री और अपनेपन की भावना को बढ़ावा देने के लिए, सभी उपस्थित लोगों ने एक कार्यक्रम को समाप्त करने के लिए एकजुटता श्रृंखला बनाई।।.