• स्वास्थ्य विभाग व केयर इंडिया के टीम द्वारा किया जा रहा है मूल्यांकन
• इंटरनल मूल्यांकन के लिए टीम का हुआ गठन
• स्वास्थ्य संस्थान उपलब्ध आधार भूत संरचनाओं की हो रही है मूल्यांकन
छपरा। जिले में स्थित सरकारी अस्पतालों की तस्वीर बदलने वाली है। या यूं कहें कि उसमें कई तरह के बदलाव नजर आएंगे। असल में, विभाग ने कायाकल्प योजना के तहत चयनित स्वास्थ्य केंद्र का मूल्यांकन शुरू कर दिया है। स्वास्थ्य केंद्रों में स्वच्छता अन्य मूलभूत सुविधाओं में बढ़ोत्तरी के लिए लागू कायाकल्प अवार्ड योजना के तहत जिले के पांच स्वास्थ्य संस्थानों को चिन्हित किया गया है। जिसका स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व केयर इंडिया के टीम के मूल्यांकन किया जा रहा है। इसके लिए क्षेत्रीय अपर निदेशक डॉ. रत्ना शरण ने टीम का गठन किया है। टीम में क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सिवान तथा केयर इंडिया के डीटीओ-एफ को शामिल किया गया है। यह टीम निर्धारित तिथियों के दिन स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण कर स्कोर शीट के आधार पर उपलब्ध सुविधाओं का मूल्यांकन कर रही है। क्षेत्रीय अपर निदेशक डॉ. रत्ना शरण ने बताया कि स्वास्थ्य संस्थाओं में स्वच्छता के लिए दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं। सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों में पूर्ण स्वच्छता पहल का उद्देश्य संस्थानों का इस्तेमाल करने वाले उपयोगकर्ताओं के मनोबल को ऊंचा करना, गुणवत्तापूर्ण सेवा मुहैया कराना तथा टीम वर्क को उत्साहित करना है।
इन स्वास्थ्य संस्थानों को किया गया चिन्हित:
• रेफरल अस्पताल मढौरा
• सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, दिघवारा
• सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, अमनौर
• सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, एकमा
• सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जलालपुर
अस्तपाल में उपलब्ध सुविधाओं के आधार 250 बिन्दुओं पर होगी जांच:
क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक सदान रहमान ने बताया कि कायाकल्प योजना के तहत स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों में सुविधाओं के आधार पर लगभग 250 बिदुओं पर जांच की जाती है। इनमें सात बिंदु प्रमुख होते हैं, जिसमें मरीजों को दी जाने वाली सुविधाएं, सफाई, मैनेजमेंट, सामाजिक कार्य, मरीजों का भोजन आदि शामिल हैं। इन बिदुओं के आधार पर स्वास्थ्य केंद्र को 500 तक अंक दिए जाते हैं।
500 अंक में से 350 अंक प्राप्त करना जरूरी:
सीएस डॉ. माधवेश्वर झा ने बताया कि सार्वजिक स्वास्थ्य संस्थानों में साफ-सफाई व संक्रमण रोकने के लिए किए गए प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए कायाकल्प योजना की शुरुआत की गई है। नई योजना ‘कायाकल्प’ पहल देश की प्रत्येक सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्था को उत्कृष्टता के मानकों की दिशा में काम करने के लिए उत्साहित करेगा, जिससे संस्था को स्वच्छ रखने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया 500 अंक में से 350 अंक प्राप्त करना जरूरी है।
मूल्यांकन को 8 बिन्दुओं का हुआ है निर्धारण
विभाग ने मूल्यांकन के लिए आठ बिदुओं का निर्धारण किया है। इसके अंतर्गत अस्पताल सही मानकों पर कार्य कर रहा है या नहीं यह देखा जाना है। इसके साथ ही सैनिटेशन, हाइजीन, वेस्ट मैनेजमेंट, सपोर्ट सर्विस, इंफेक्शन कंट्रोल, हाइजीन प्रमोशन, बांउड्रीवाल आदि अन्य बिन्दुओं पर जांच की जानी है। इन्हीं मापदंडों के आधार पर अस्पताल को अंक दिए जाएंगे।