• डीएम बोले- निजी व सरकारी हेल्थ कर्मियों का डाटा ससमय पोर्टल पर करें अपलोड
• टीका के रख-रखाव के लिए कोल्ड चेन रूम को करें दुरूस्त
• प्रत्येक सप्ताह की जायेगी तैयारियों की समीक्षा
• प्रखंडस्तर पर टास्क फोर्स के गठन का दिया निर्देश
छपरा। वैश्विक महामारी कोरोना के नियंत्रण के टीकाकरण किया जाना है। इसको लेकर व्यापक स्तर पर तैयारी शुरू कर दी गयी है। शनिवार को सारण समाहरणालय सभागार में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन की अध्यता में कोविड-19 टीकाकरण को लेकर जिलास्तरीय टास्क फोर्स की बैठक में की गयी। बैठक में डीएम ने कोविड-19 टीकाकरण को लेकर की गयी अब तक तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि प्राथमिकता के आधार पर सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों को टीका देना है। निजी व सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों का डेटा तैयार कर ससमय पोर्टल पर अपलोड करना सुनिश्चित करें। समीक्षा के दौरान सीएस डॉ. माधवेश्वर झा के द्वारा बताया गया कि अब स्वास्थ्य कर्मियों का डेटाबेस पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है। जिस पर डीएम ने निर्देश देते हुए कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों संख्या की समीक्षा कर शेष कर्मियों का डेटा जल्द से जल्द पोर्टल पर अपलोड कराना सुनश्चित करें। इस दौरान डीएम ने कहा कि सीएस व अन्य पदाधिकारी प्रतिदिन प्रखंडों का भ्रमण करें और इस कार्य को गंभीरता से लेते हुए पूरा करना सुनिश्चित करें। डीएम ने कहा कि जिले में सभी स्वास्थ्य कर्मियों डॉक्टर, नर्स, आशा, लैब टेक्निशियन व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का डाटा बेस तैयार किया जाना है। इसके साथ हीं निजी स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत कर्मियों का भी डाटा पोर्टल पर अपलोड करना है। जिलाधिकारी ने कहा कि शहरी क्षेत्र में टीकाकरण के लिए नगर आयुक्त नोडल पदाधिकारी बनाया जायेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी विभागों से समन्वय स्थापित कर कार्य करने की आवश्यकता है। इस कार्य में डब्ल्यूएचओ, केयर इंडिया, युनिसेफ, यूएनडीपी के साथ अन्य कई सहयोगी संस्थाओं की मदद ली जा रही है।
कोल्ड चेन रूम को करें दुरूस्त:
डीएम सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि टीकाकरण के रख-रखाव के लिए कोल्ड चेन रूम को दुरूस्त कर लिया जाये। जो जरूरी उपकरण है उसकी उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाये। डीएम ने पुश पालन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि पशु अस्पताल के कोल्ड चेन को भी ठीक कर लिया जाये। टीका के रख-रखाव के लिए उसका भी प्रयोग किया जायेगा।
जल्द करें प्रखंडस्तर पर टास्क फोर्स का गठन:
जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि अपने-अपने प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी से संपर्क करके प्रखंडस्तरीय टास्क फोर्स की गठन की जाये और प्रत्येक सप्ताह तैयारियों की समीक्षा की जाये।
सदर अस्पताल के सफाई व्यवस्था में लायें सुधार:
जिलाधिकारी ने अस्पताल उपाधीक्षक को निर्देश दिया के सदर अस्पताल में सफाई व्यवस्था को सुदृद्ध किया जाये। सभी व्यवस्था को दुरूस्त करें। डीएम ने कहा कि अगर साफ-सफाई में सुधार नहीं होगा तो संबंधित एजेंसी को ब्लैकलिस्टेड किया जायेगा। उन्होने कहा कि सदर अस्पताल के साथ अन्य स्वास्थ्य संस्थानों की रंगाई-पोताई का कार्य पूरा किया जाये। डीएम ने कहा कि कोविड केयर सेंटर में भी साफ-सफाई पर विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है।
कोरोना टेस्ट के दौरान पॉजिटिव मरीज के लिए अलग रूम का करें व्यवस्था:
डीएम ने सिविल सर्जन को निर्देश देते हुए कहा कि सदर अस्पताल में कोविड जांच के दौरान एक रूम अलग से तैयार रखें ताकि किसी व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उसे उस रूम में तत्काल शिफ्ट किया जा सके। इससे संक्रमण के प्रसार नहीं हो सकेगा। उसके उस व्यक्ति को पीपीई कीट पहनाकर एंबुलेंस के द्वारा अगर होम आईसोलेशन में जाना चाहे तो या कोविड केयर सेंटर में उसे पहुंचाया जाये। बैठक में अपर समहर्ता, श्रम अधीक्षक, जिला खनन पदाधिकारी, सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. अजय कुमार शर्मा, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, डीपीओ आईसीडीएस वंदना पांडेय, डीपीएम अरविन्द कुमार, विश्व स्वास्थ्य संगठन के एसएमओ डॉ. रंजितेश कुमार, डीएमएंडई भानू शर्मा, डीपीसी रमेश चंद्र कुमार, यूनिसेफ एसएमसी आरती त्रिपाठी, केयर इंडिया के डीटीएल संजय कुमार विश्वास, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के प्रमंडलीय समन्वयक गणपत आर्यन समेत सभी प्रखंडो प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व अन्य विभागों के पदाधिकारी शामिल थे।