*विदेशी नस्ल के कुत्तों की प्रॉपर देखभाल एवं प्रशिक्षण जरूरी* डॉ राधेश्याम
सासाराम (रोहतास) स्थानीय राजकीय पशु चिकित्सालय में सुबह आठ बजे से एक दिवसीय निःशुल्क रैबिज रोधी टीकाकरण सह जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमे पशुपालकों (कुत्तों के मालिकों) को कुत्तों में रैबिज एवं उनमें होने वाले रोग व लक्षण के बारे में बताया गया।
राजकीय पशु चिकित्सालय के पशु शल्य चिकित्सक डॉ राधेश्याम चौधरी ने बताया कि आज सुबह आठ बजे से निःशुल्क रैबिज रोधी टीकाकरण सह जन जागरूकता कार्यक्रम किया गया जिसमें विभिन्न नस्ल के कुत्तों को रैबिज रोधी टीकाकरण किया गया।
सबसे पहले पशुपालक वेद प्रकाश के फ्यूरी नामक जर्मन शेफर्ड डॉगी का टीकाकरण किया गया।
डॉ राधेश्याम चौधरी ने पशुपालकों को संबोधित करते हुए कहा कि कितने लोग शौक में विदेशी नस्ल के कुत्ते तो पाल लेते हैं, परन्तु देखने को मिलता है कि सही पालन पोषण, खान पान एवं उचित प्रशिक्षण के अभाव में कुत्ता रोगी व हिंसक हो जाता है। जिससे परिवार सहित समाज के लिए खतरा पैदा हो जाता है।
पशुपालकों को चाहिये कि अगर आप विदेशी नस्ल के कुत्ते पालते हैं तो उसकी सही देख भाल एवं समय समय पर टीकाकरण एवं संभव हो तो कुशल प्रशिक्षक से प्रशिक्षण अवश्य कराएं।छोटे बच्चों को अपनी उपस्थिति में ही कुत्तों से मिलने दें अन्यथा दूरी बना कर ही रखें, कितने बार देखने मे आया है की कुत्ते हिंसक हो जाते हैं और बच्चों को हानि भी पहुँचा देते हैं।