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वैश्विक महामारी में जागरूकता ही है बचाव का उपाय

 कोविड-19 के दौर में आपकी सतर्कता ही संक्रमण से आपको रखेगी दूर

- गांव-मुहल्लों में लोगों का शारीरिक दूरी का पालन करना अब है जरूरी

- वैश्विक महामारी में आज पूरी मानव जाति को निभानी होगी अपनी जिम्मेदारी

- जिला प्रशासन द्वारा लॉकडाउन में सशर्त दी गई है छूट


पूर्णिया, 7 अगस्तः


केंद्र व राज्य सरकार द्वारा कोविड- 19 को लेकर लगातार दिशानिर्देश जारी किये जा रहे हैं। वहीं सुरक्षा और बचाव की कवायद भी जारी है। लेकिन इन सब के मध्य भी संक्रमण अपना पांव पसारते जा रहा है। आज यह उन क्षेत्रों में भी पहुंच गया है जहां इसके पहुंचने की संभावना नहीं थी। गांव-मुहल्लों से भी नये-नये मामले निकल कर आ रहे है। इसका मुख्य कारण लोगों में सतर्कता और जागरूकता का अभाव है। कई लोग इसे आज भी हल्के में ले रहे हैं। उन्हें लगता है कि वे इसके प्रभाव में नहीं आएंगे। ऐसे में नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। लेकिन उन्हें यह ध्यान में रखना चाहिए कि आज कोविड-19 की चपेट में कई ऐसे लोग आ चुके हैं, जिनके संक्रमण में आने की संभावना नहीं थी। कई राज्यों के मुख्यमंत्री के साथ केंद्र के कई मंत्री भी संक्रमित हो चुके हैं। वहीं अति सतर्कता बरतने, सुरक्षा और स्वच्छता अपनाने वाले महानायक अमिताभ बच्चन और उनका परिवार भी कोविड के संक्रमण से प्रभावित हो चुका है। ऐसे में सोचने की बात यह है कि जब ऐसे लोग संक्रमित हो सकते हैं, तो हम और आप क्यों नहीं।


यहां की जा रही है अनदेखीः

गांव और चैपाल में आम नागरिकों के साथ बुजुर्गों का एक वर्ग खाली समय में बैठक कर और ताश आदि खेलकर समय व्यतीत कर रहा है। इस दौरान न तो शारीरिक दूरी  (दो गज या छह फिट) और न ही मास्क और स्वच्छता का ही ख्याल रखा जा रहा है। यहां लोगों की भीड़ भी अक्सर बढ़ जाती है, इसलिए ऐसे जगहों पर लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। उन्हें समझाने और सक्रमण के बढ़ते प्रभाव पर सजग रहकर सतर्कता बरतने को कहना चाहिए। उन्हें बताना होगा कि उनके पहल के बिना समाज बिलकुल भी सुरक्षित नहीं है, उनके दिखाए मार्ग पर ही सभी चलते हैं, इसलिए उनकी सतर्कता सबसे पहले जरूरी है।


बच्चों और युवाओं को होना होगा जागरूकः

राज्य में लॉकडाउन तो लगा है, लेकिन आज भी युवाओं का एक वर्ग अपनी मनमानी कर रहा है। दोस्तों से मिलने के अलावा समूह में क्रिकेट जैसे खेल को बढ़ावा देकर वे संक्रमण को आमंत्रित कर रहे हैं। गांव के अलावा शहरी क्षेत्र के बाहरी इलाकों में भी बच्चे और युवा गेंद-बल्ला लेकर निकल पड़ रहे हैं। मास्क पहनते हैं भी तो मुंह और नाक पूरी तरह ढका नहीं रहता। अगर ऐसा जारी रहा तो निश्चिय ही आने वाले समय में यह परेशानियों को बढ़ा सकता है।


सभी को समझनी होगी अपनी जिम्मेदारी: 

कोविड-19 को हराना है तो देश के सभी जिम्मेदार नागरिकों को केंद्र व राज्य सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करना होगा। सभी को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। संक्रमण के इस दौर में खराब होती स्थिति से डरने और घबराने की जरूरत नहीं है। सूबे में लॉकडाउन तो है, लेकिन आवश्यक सेवाओं पर प्रतिबंध नहीं है। अगर हम इसका बेहतर रूप से पालन करेंगे और अपने साथ दूसरों का भी ख्याल रखेंगे तभी देश जल्द इस महामारी से मुक्त हो सकेगा। इस समय हम सभी देशवासियों का यही कर्तव्य है कि हम पूरी सुरक्षा, गंभीरता, योग्यता, क्षमता और सतर्कता के साथ इस चुनौती का डटकर सामना करें और स्वयं का बचाव करके के साथ अपने आसपास के लोगों को भी संक्रमण से मुक्त रखें।


बचाव हेतू ये सावधानियां बरतनी है बेहद जरूरी:

- अपने घरों में ही रहें, ज्यादा आवश्यक पड़ने पर ही घर से निकलें

- शारीरिक दूरी अपनाएं, घर से बाहर मास्क का प्रयोग करें

- खाद्य पदार्थों को अच्छे से साफ कर ही प्रयोग में लाएं

- सामाजिक जगहों पर भीड़ लगाने व एक दूसरे के संपर्क में आने से बचें

- ऐसे खेले जिसमें ज्यादा लोगों की सामूहिक सहभागिता हो उससे बचें

- अच्छी नींद और भोजन लें साथ ही योगा और व्यायाम से इम्यूनिटी बढ़ाएं


जिला प्रशासन द्वारा लॉकडाउन में 16 अगस्त तक कुछ क्षेत्रों को सशर्त दी गई है छूट :

कोरोना संक्रमण काल के दौरान आम जन-जीवन की सुविधा के लिए वर्तमान स्थिति की समीक्षा के बाद पूर्णियाँ जिला पदाधिकारी राहुल कुमार द्वारा नए आदेश जारी किए हैं। इससे बाजार में दुकानों के खुलने, परिवहन और यात्रा से संबंधित निर्देश हैं। लॉकडाउन के दौरान जारी नये निर्देश से जिले के लोगों को काफी राहत मिलने वाली है, हालांकि इस दौरान नियमों को सख्ती से पालन करना अनिवार्य होगा।


डीएम की ओर से 16 अगस्त तक के लिए जारी निर्देश :

- आवश्यक सेवाओं से संबंधित सभी प्रतिष्ठान जैसे दवा, फल, सब्जी, किराना, दूध, पशु चारा, कृषि उत्पाद आदि प्रतिदिन प्रातः 6:00 बजे से संध्या 6:00 बजे के बीच खुलेंगे।

- अन्य सभी प्रतिष्ठान (Non essential services) सोमवार, बुधवार एवं शुक्रवार को प्रातः 6:00 बजे से संध्या 6:00 बजे के बीच खुलेंगे। सप्ताह के अन्य दिनों में ऐसे  प्रतिष्ठान पूर्ण रूप से बंद रहेंगे।

- दुकानदार एवं ग्राहकों के लिए मास्क पहनना तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा। इसे सुनिश्चित करने का काम प्रतिष्ठा ही करेंगे।

- टेंपो, रिक्शा, ई-रिक्शा चालकों को वाहन क्षमता के अनुसार प्रत्येक दिन परिचालन की अनुमति होगी, हालांकि उसमें बैठने वालों को अनिवार्य रूप से मास्क पहनना होगा।

- आपातकालीन, आवश्यक कार्य के उद्देश्य से यात्रा के औचित्य के संबंध में साक्ष्य सहित दो पहिया एवं चार पहिया वाहनों का परिचालन की अनुमति होगी।

- लाइन बाजार स्थित दवा दुकानों के खुलने का रोस्टर पूर्व की भांति यथावत रहेगा इसके अतिरिक्त खुश्कीबाग, पूर्णिया मंडी के 50% दुकानदार एक दिन एवं 50% दुकानदार दूसरे दिन यानी अल्टरनेट डे में खुलेंगे।

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