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भारतीय राष्ट्रीय तिरंगा फहराने के जरूरी नियम-कानून, इन बातों का रखा जाता है ध्यान

15 अगस्त के दिन ध्वजारोहण किया जाता है। भारत के प्रधानमंत्री लाल किले में इस दिन ध्वजारोहण करते हैं। सरकारी, गैर- सरकारी कार्यालयों, स्कूलों, इत्यादि में भी इस दिन ध्वजारोहण किया जाता है। आज हम आपको राष्ट्रीय ध्वज से जुड़े नियम- कानून के बारे में बताएंगे। भारत में स्वतंत्रता दिवस को काफी धूम- धाम से मनाया जाता है। 15 अगस्त 1947 को भारत को अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिली थी। आइए जानते हैं तिरंगे से जुड़े जरूरी नियम- कानून...


अखंड भारत दिवस मनाया गया

सरस्वती विद्या मंदिर तिलौथू के प्रांगण में स्वामी विवेकानंद प्रौढ व्वसायी शाखा तिलौथू के तत्वावधान में अखंड भारत दिवस मनाया गया

इस अवसर पर तिलौथू शाखा के 35 स्वयंसेवक  उपस्थित हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता पूजन के साथ आरंभ हुआ। सभी स्वयंसेवकों मने भारत माता के चित्र पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धा निवेदित किया। अतिथियों का परिचय छठू साह मंडल कार्यवाह ने किया। कार्यक्रम की प्रस्तावना जंगलेश प्रसाद चौरसिया, खंड बौद्धिक प्रमुख ने किया। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा की संपूर्ण संसार में शांति चाहिए तो भारत को दुनिया में आगे बढ़ना पड़ेगा ।भारतीय संस्कृति के कारण संपूर्ण संसार में शांति हो सकती है। मुख्य अतिथि प्रधान श्रीकांत 


प्रसाद व्याख्याता राधा शांता महाविद्यालय तिलौथू ने भारत को अखंड बनाए रखने के लिए शिक्षा के बारे में जागरूक होने के लिए कहा ।यदि सभी नागरिक शिक्षित होंगे तो देश अखंड बना रहेगा। अपना देश पहले विशाल था ।आज उसकी सीमाएं घटी हैं ,परंतु यह स्थाई नहीं है ।धीरे धीरे अपना देश अपने स्वरुप को प्राप्त करेगा ।इसके लिए संपूर्ण देश में एकता के लिए प्रयास होना चाहिए। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इस कार्य को सन 1925 से कर रहा है ।आज संपूर्ण संसार में संघ का कार्य सबसे बड़ा है ।आगे हम सबों को इस कार्य को और बड़ा करने की जरूरत है। इस अवसर पर उपस्थित सभी 


स्वयंसेवकों ने संघ कार्य बढ़ाने का संकल्प लिया। संघ की प्रार्थना के साथ कार्यक्रम का समापन हो गया।

जंगलेश प्रसाद चौरसिया

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