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नगर पंचायत की पेयजल योजना लड़खड़ाई, रखरखाव के अभाव का खुला प्रमाण! स्थानीय लोगों ने कहा—लगने के कुछ समय बाद ही बिगड़ने लगे थे सभी एटीएम।!*

 


 _रमेश ठाकुर_ 

 _रामनगर नरकटियागंज,_ 

 _प०चंपारण(बिहार)_ 

 _28-11-2025_ 


पश्चिमी चंपारण। चनपटिया नगर पंचायत द्वारा राहगीरों और स्थानीय लोगों को शुद्ध व ठंडा पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से स्थापित किए गए वाटर एटीएम इन दिनों अपनी ही बदहाली की कहानी बयां कर रहे हैं। नगर पंचायत क्षेत्र के डाट चौक, वार्ड संख्या एक में इस्मा पब्लिक स्कूल के निकट लगाया गया वाटर एटीएम कई दिनों से पूरी तरह ठप पड़ा है। पानी की आपूर्ति बंद होने से गुजरते राहगीर ही नहीं, बल्कि आस-पास के दुकानदार और स्थानीय परिवार तक पेयजल की मूलभूत सुविधा से वंचित हो गए हैं।

जानकारी के अनुसार, मशीन में लगी टोटी (टोंटी) टूट जाने के कारण एटीएम से पानी निकलना पूरी तरह बंद है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि वाटर एटीएम के लगने के कुछ समय बाद से ही इसकी हालत गिरनी शुरू हो गई थी। न केवल डाट चौक, बल्कि नगर पंचायत के अन्य स्थानों पर लगाए गए कई वाटर एटीएम भी इसी प्रकार की समस्याओं से जूझ रहे हैं। कहीं पानी का दबाव नहीं, तो कहीं फ़िल्टर खराब—लेकिन इन खामियों पर संबंधित विभाग का ध्यान अभी तक नहीं गया है।

लोगों का कहना है कि शुद्ध व ठंडा पेयजल उपलब्ध कराने की नगर पंचायत की यह योजना काफी सराहनीय थी, परंतु रखरखाव के अभाव में यह व्यवस्था अब केवल नाम मात्र की होकर रह गई है। भीषण गर्मी में पानी के लिए भटकना लोगों की मजबूरी बन गया है, जबकि सार्वजनिक स्थानों पर एटीएम लगाकर इसी परेशानी को दूर करने का दावा किया गया था। विडंबना यह है कि कुछ रुपये की टोटी बदलने जैसे छोटे से काम को नजरअंदाज कर दिया गया, जिससे हजारों लोगों की सुविधा बाधित हो रही है।

इस विषय पर नगर पंचायत के सभापति प्रतिनिधि राजकिशोर प्रसाद से दूरभाष पर संपर्क करने की कोशिश की गई, किंतु उनसे बात नहीं हो सकी, जिसके कारण इस समस्या पर उनका पक्ष नहीं मिल पाया। स्थानीय लोगों का कहना है कि विभाग की यह चुप्पी और अनदेखी न केवल प्रशासनिक उदासीनता दर्शाती है, बल्कि यह भी सवाल उठाती है कि सार्वजनिक सुविधाओं को लेकर कितनी गंभीरता बरती जा रही है।

राहगीरों और आम नागरिकों ने नगर पंचायत से मांग की है कि सभी खराब पड़े वाटर एटीएम की तत्काल मरम्मत कराकर उन्हें पुनः संचालित किया जाए, ताकि लोगों को शुद्ध पेयजल के लिए भटकना न पड़े और शुरू की गई यह महत्वाकांक्षी योजना अपने मूल उद्देश्य को पूरा कर सके।

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