_रमेश ठाकुर - बगहा पश्चिमी चंपारण बिहार_
_दिनांक:- 01-03-2025_
बगहा के पशुपालन और मत्स्य विभाग के कार्यालयों में ताले लटकने की खबर सामने आई है, जिससे यहां की जनता बेहद परेशान है। सूत्रों के अनुसार, अनुमंडल मत्स्य पदाधिकारी आशुतोष प्रकाश पिछले छह महीनों से अपने ऑफिस में नहीं आए हैं और सरकारी सैलरी घर बैठे ही ले रहे हैं। यही नहीं, उनके कार्यालय के दरवाजे पर भी ताला लटका मिला है।
यह समस्या सिर्फ मत्स्य विभाग तक सीमित नहीं है, बल्कि पशुपालन विभाग में भी अधिकारियों की लापरवाही देखी जा रही है। पशुपालन विभाग के अधिकारी डॉक्टर संजय कुमार ने फोन पर बताया कि वे वर्तमान में विभागीय काम के सिलसिले में मीटिंग में हैं, और उनका कार्यालय हमेशा खुला रहता है। हालांकि, जब आम जनता को उनसे मिलने का मौका मिलता है, तो उनका कार्यालय अक्सर बंद मिलता है।
विभागीय कार्यों में इस लापरवाही के चलते स्थानीय लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जब भी जनता को सरकारी कार्यों से संबंधित कोई मदद चाहिए, तो वे अक्सर ताले लगे कार्यालयों के बाहर खड़े रहते हैं। कर्मचारियों के खिलाफ नाराजगी का आलम यह है कि फोन पर भी संपर्क करना मुश्किल हो जाता है।
इस पूरे मामले को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों की चुप्पी भी चिंता का विषय बन गई है। जहां एक ओर जनप्रतिनिधि जन्मोत्सव और भोज समारोहों में व्यस्त हैं, वहीं दूसरी ओर सरकारी दफ्तरों में अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों से पीछे हटते जा रहे हैं। इससे स्पष्ट होता है कि सरकारी कामकाज में विभागीय लापरवाही और अधिकारियों की मनमानी का असर आम जनता पर हो रहा है।
मुख्यमंत्री की योजनाओं के बावजूद, सरकारी कार्यालयों में अधिकारियों की लापरवाही और मनमानी के कारण जनता को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। राजस्व कर्मचारियों के साथ आम जनता के संघर्ष की खबरें अक्सर सुनने को मिलती हैं, जहां लोग एक छोटा सा कार्य करने के लिए महीनों तक भटकते रहते हैं।
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर सरकार को शीघ्र कोई ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि अधिकारियों की मनमानी पर काबू पाया जा सके और जनता को सरकारी सेवाओं का लाभ समय पर मिल सके।