_(फाँसी ले लटका देंगी क्या S.D.M बगहा ?)_
_ऐसा बोल गए C.Oरामनगर_
_ठाकुर रमेश शर्मा-रामनगर,प०चम्पारण,तिरहुत प्रमंडल(बिहार)_
_दिनांक:-16-11-2022_
अपराधियों का अपराध पकड़ में आ जाता है परंतु ब्यूरोक्रेट अपने अपने अपराध को ड्यूटी का हिस्सा मानकर दबंगई दिखाती हैं।
उसी का बानगी है रामनगर अंचल अंतर्गत डैनमरवा गांव का एक नाली से निकासी का मामला! यह गांव वैसे भी काफी प्रसिद्ध और चर्चा में रहने वाला है। अगर रामनगर थाना+अंचल क्षेत्र से डैनमरवा,तौलाहा, बेलासपुर,भावल,जोगिया,नरैनापुर,सोनखर पंचायत सुदूर ग्रामीण क्षेत्र का मेघवल मठिया,चरघरवा। ज्ञात हो कि रामनगर अंचल में 18 पंचायत है और रामनगर विधानसभा में 36 पंचायत विराजमान है।
सर्व विदित हो कि अगर रामनगर अंचल में 18 पंचायतों में इन नवरत्न गांव को निकाल दिया जाए तो रामनगर थाना क्षेत्र का वही हर्षण होगा जो झारखंड बटने से बिहार का हुआ है। यानी जिस तरह सभी खनिज संपदा झारखंड चली गई है उसी प्रकार रामनगर अंचल+थाना क्षेत्र से इन नवरत्न गांव के निकलने से होगा। रामनगर थाना क्षेत्र में पूर्वजों के कथन अनुसार चरघरवा में चार ही घर हुआ करता था पहले जो अब तो बहुतेरे घर हो गए हैं। उसी गांव के पुराने बसिंदे हैं विजय सिंह,अजय सिंह, रघुवंश सिंह,भीम सिंह,अवधेश सिंह। अब नई पीढ़ी में सोनू सिंह जिनकी माता नगर परिषद रामनगर की सभापति पद की संभावित प्रत्याशी भी है।
इस गांव का अपना यह इतिहास है कि पहले था चरघरवा, अब हो गया बहुत घरवा !? कहने का तात्पर्य यह है कि डैनमरवा भी कम नहीं है इस बार निर्विरोधी उप प्रमुख अल्पसंख्यक महिला बनी है जो रामनगर के ग्रामीण राजनीति का इतिहास बना है।
क्योंकि C.O.रामनगर ने कह कर भगा दिया कि अब तेरा नाली मेरे जाने के बाद किसी खास कानून में एसडीएम ही बनवा देंगी। तुम्हारा पट्टीदार यानी दुसरा फ़रीक़ैन अभी भी नही बनने देगा। मैंने उसे कोर्ट जाने का तरकीब सिखा दिया है। "तुम्हें पता नहीं,हम धरातल पर काम करते हैं" "एसडीएम की तरह आसमान में नहीं"।
सर्व विदित है कि इस छोटी सी नाली पानी निकासी अपने फ़रीक़ैन मुद्दा में कोई दूसरा नहीं है ! इस सांप सीढ़ी के खेल में एक भ्रष्ट तथा कथित नेता जिसकी नियत में बहुत खामी है, वहीं C.O. रामनगर को बरगला कर अहित करवा रहा है जो गुप्त सूत्रों से अब पता चला है। परंतु फरियादी अकबर अली खान को पूरी उम्मीद है कि हमारे घर की पानी निकासी जो महिलाओं की खास समस्या है,इस बार हमारे घर की पीड़ित महिलाएं की समस्या जरूर सुनी जाएगी क्योकि एसडीएम महिला,प्रमुख भी महिला,उप प्रमुख भी महिला।तो भला कैसे इंसाफ नहीं होगा तथा इंसाफ करने से कौन रोक सकता है ?