(घायलों को छोड़कर मौके से भागी जांच टीम)
_ठाकुर रमेश शर्मा-रामनगर,प०चम्पारण(बिहार)_
_दिनांक:-03-10-2022_
अपराधियों का अपराध पकड़ में आ जाता है परंतु पुलिस अपने अपराध को ड्यूटी का हिस्सा बनाकर रफा-दफा कर देती है। पुलिस यूपी की हो या बिहार की, दिल्ली की हो या हरियाणा की, नेपाल की हो या बंगाल की,इनका चाल-चलन,बोल-चाल, रॉब-रुआब तकरीबन एक ही जैसा होता है।
मिसाल के लिए चंपारण रेंज के बगहा पुलिस जिले में थानेदार के नेतृत्व में प्रतिदिन बगहा पुलिस द्वारा तिरहुत कनाल नगर बगहा- चौतरवा मुख्य मार्ग मलपुरवा छोटकी पट्टी के बीच में रोज वाहन चेक होता है।परंतु आजतक किसी भी दिन एक भी बड़े,छोटे या मीडियम क्लास के अपराधी पकड़ में नहीं आए।
इसका मुख्य कारण है वर्दी वाले महज रिश्वत के लिए वाहन जांच करते हैं। प्रतिदिन की भांति आज भी पुलिस वाले वाहन जांच कर रहे थे। पुलिस वाले ने बगहा से आने वाले को रुकने का इशारा किया,तबतक छोटकी पट्टी के तरफ वाले ने इतना जोरदार टक्कर मारा की एक बाइक पर दो लोग सवार थे,दूसरे बाइक पर सिंगल व्यक्ति था। परंतु पुलिस देखकर दोनों बाइक वालो ने अपना-अपना स्पीड बढ़ा लिया था। टक्कर इतना जोरदार था कि दोनों बाइक सवार घायल होकर गिरकर छटपटा रहे थे।
तत्पश्चात किसी ने क्विक रिस्पांस टीम(Q.R.T) को दिया तो वही लोग आकर घायल को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल बगहा अनुमंडल अस्पताल ले गए। जिनकी स्थिति काफी नाजुक है।
इतने सख्त और इमानदार आरक्षी उप- महानिरीक्षक होने के बाद भी थाने वालों में भय का माहौल कायम नहीं होना अनेको सवालो को जन्म देती है, लोग जितनी मुह उतनी बात करते नजर आ जाएंगे। कांग्रेस के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी(रामनगर) राजेश राम ने अपने बयान में बताया कि जब रूटीन जांच यही होती है तो अब तक उस चेक पॉइंट पर कितने अपराधी या शराब की गाड़ी पकड़ी गई है। कितना गांजा-चरस महज पकड़ा गया है।या सिर्फ शरीफों को फजीहत के लिए वहां जांच के नाम पर दिखावा होता है।
एक जमाना था कि विकास वैभव,संजय रत्न,जैसे अधिकारी के समय मे कानून व्यवस्था बहुत अच्छा था।आज लगता है,बगहा एस०पी० पद भंकेट है। पुलिस के रवैया में कोई बदलाव नहीं आता, क्यो ?
इस वाहन जांच वाले प्रकरण में जब दोनों तरफ के वाहन सवार घायल होकर गिरकर छटपटा रहे थे, तब जांच दल पतली गली से सरक लिए। क्योंकि इनकी बोर्ड पर लिखा है, "बगहा पुलिस आपके लिए, आपके साथ" यानी आपके लिए यानी आवेदन लेने के लिए तथा आपके साथ यानी लक्ष्मीनारायण का दर्शन कराया तो साथ नहीं तो सदैव जेल गेट तक आपके साथ।
आखिर 03-10-2022 को 12:00 बजे वाहन जांच में किस टीम के किस अधिकारी के नेतृत्व में ड्यूटी था जो घायल को छोड़कर भाग गए। यह जांच कर कार्रवाई का विषय है,जो डी०आई०जी० प्रणव कुमार प्रवीण साहब को जनहित में करना होगा। तभी आम जनता सी०आर० कासवान,अरविंद पांडे, गुप्तेश्वर पांडे,पंकज दराद,इत्यादि को भुला पाएगी। वे लोग वर्षो पहले क्विक रिस्पांस टीम के तौर पर कार्य करते थे जो सरकार ने अब बनवाया है।