जबरन अंतिम संस्कार कराने वाली पुलिस उन्नाव में किशोरियों के शव दफनाने का प्रयास कर रही है। पुलिस द्वारा इसके लिए जेसीबी लाने की बात भी सामने आ चुकी है। तब भी पीड़ित परिवार से लोगों को मिलने से रोका जा रहा था और आज भी यही किया जा रहा है। यहां भी पीड़ित परिवार बुरी तरह से डरा हुआ है। परिवार के लोग ठीक से कुछ बता नहीं पा रहे हैं। हमारा एक प्रतिनिधिमंडल कानपुर जाकर बेटी की हालत के बारे में पता लगाएगा। राजेंद्र कुमार गौतम ने शिक्षा, स्वास्थ्य और विकास के मुद्दे पर भी योगी सरकार को फेल बताया।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल आप यूपी महिला विंग की प्रदेश अध्यक्षा नीलम यादव ने पीड़ित परिवार की महिलाओं से बात की। कहा कि प्रदेश में बेटियां अपराधियों-बलात्कारियों के आतंक से चीत्कार रही हैं, मगर बेटियों की चीत्कार योगी सरकार को सुनाई नहीं दे रही। सरकार मिशन शक्ति जैसे प्रचार अभियान के शोर में बेटियों की चीखें दबाकर उनकी सुरक्षा के झूठे दावे कर रही है। अब तक अपराधियों को पकड़ने में
नाकाम पुलिस परिवार को ही डराने-धमकाने का काम कर रही है। हद तो यह है कि जिसने अपनी बेटी खोई पुलिस ने उसे ही हिरासत में ले लिया। पुलिस की यह कार्रवाई सरकार के डर का प्रमाण है। सरकार को डर है कि पीड़ित पक्ष ने मुंह खोला तो उसके प्रचार अभियानों की कलई खुल जाएगी, इसीलिए वह इस खौफनाक कांड का सच दबाने का प्रयास कर रही है। प्रदेश में ऐसी घटनाओं से महिलाओं के मन में बेहद आक्रोश और खौफ बैठ चुका है। गावँ को छावनी में बदल दिया गया है परिवार से लोगों से मिलने नहीं दिया जा रहा है ,योगी सरकार महिलाओं, बेटियों की हिफाजत करने में फेल साबित हुई है।