जमशेदपुर : राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के छात्र अनुराग तिवारी को उनके आवास नामोटोला सुन्दरनगर में उनके परिवार के साथ भारत सरकार के नीति आयोग से मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय भ्रष्टाचार नियंत्रण एवं जनकल्याल संगठन झारखण्ड प्रदेश यूथ सेल के प्रदेश महामंत्री अखिलेश सिंह और आईटी को-ऑडिनेटर गजेंद्र नाथ चौहान ने अंगवस्त्र एवं पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया। अनुराग को उनके असाधारण शैक्षिक उपलब्धियां जिनमे उन्होंने अपने यूनिवर्सिटी में टॉप जिसके लिए उन्हें गोल्ड मैडल से सम्मानित किया गया एवं राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय लेबल पर अनेकों पुरस्कार भी जीते और इस कोरोना महामारी के वजह से आर्थिक रूप से परेशान छात्रों के लिए कानूनी रूप से आवाज़ उठा कर उन सभी विद्यार्थियों का मदद भी किये है। इस सम्मान समारोह में प्रोत्साहन देने के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश सह सोशल मीडिया प्रभारी सह भ्रष्टाचार नियंत्रण यूथ सेल के महामंत्री अखिलेश सिंह, गुरुकुल के संस्थापक सह प्रदेश आईटी को-ऑर्डिनेटर गजेंद्र नाथ चौहान, सामाजिक कार्यकर्ता नारायण शुक्ला, सम्राट कर सहित अन्य लोग मौजूद थे। आपको बताते चले किसी के लिए भी अपने संस्थान के खिलाफ आवाज उठाना बड़ी बात होती है। लेकिन बिना किसी की परवाह किये बिना सुंदर नगर निवासी अनुराग तिवारी जो अभी नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी विशाखापट्टनम के चौथे वर्ष के छात्र हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय के विरुद्ध आवाज उठाई और वहां के 450 छात्रों का 2 करोड़ 25 लाख रुपए बचाने में कामयाब रहे। वह बताते हैं कि लॉकडाउन के कारण छात्रों के अभिभावक को फीस के पैसे जुटाने में काफी परेशानी हो रही थी ऐसे में विश्वविद्यालय एडमिनिस्ट्रेशन से फीस कम करने की मांग की गई लेकिन मांग नहीं मानी गई जिसके बाद विश्वविद्यालय के खिलाफ लड़ाई में सभी छात्र साथ आए हैं जिसमे सिविल सोसाइटी का भी सहयोग मिला वह बताते हैं कि आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय में इसके खिलाफ केस चला यह केस अनुराग ने स्वयं लड़ा था उनकी जीत हुई और इस तरह वे हर छात्र का करीब 50 हजार रुपए बचाने में कामयाब रहे। बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि जबतक वह जमशेदपुर में है वह हमारे साथ जुड़कर समाजहित में काम करेंगे। उन्होंने कहा कि जबतक मैं शहर में हूँ मुझसे जो समाज के लिए बन पड़ेगा मैं करूँगा। उन्होंने संगठन के कार्यो की सराहना करते हुए हर संभव मदद का भरोसा जताया।