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प्रथम चरण में टीकाकरण के लिये लगभग 10 हजार लोगों का डेटा तैयार



प्रथम चरण में सभी तरह के चिकित्सा कर्मी व आईसीडीएस कर्मियों के टीकाकरण का है लक्ष्य 

कोरोना टीका के रख-रखाव को लेकर सुनिश्चित कराये जा रहे हैं जरूरी इंतजाम 


अररिया, 07 दिसंबर  

जिले में कोरोना टीकाकरण की कवायद जारी है. जैसा कि पहले से स्पष्ट है कि टीकाकरण के पहले चरण में सभी सरकारी व निजी चिकित्सा संस्थान में कार्यरत कर्मियों के साथ-साथ आईसीडीएस कर्मियों को कोरोना का टीका लगाया जायेगा. इसके लिये स्वास्थ्य कर्मियों सहित अन्य कर्मियों का डेटाबेस तैयार करने की प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है. डीपीएम रेहान असरफ ने बताया प्रथम चरण में टीकाकरण के लिये अब तक तैयार डेटाबेस में लगभग 10 हजार लोग शामिल हैं. निर्धारित पोर्टल पर इसे अपलोड करने की प्रक्रिया जारी है. स्वास्थ्य व आईसीडीएस कर्मियों को कोरोना का टीका पूरी तरह नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाना है. कोरोना टीका के रखरखाव सहित अन्य जरूरी इंतजाम को लेकर जरूरी पहल भी जिले में शुरू हो चुका है. 

अब तक 10 हजार लोगों का डेटाबेस तैयार

डीपीएम रेहान असरफ  ने बताया अब तक टीकाकरण के लिये तैयार किये जा रहे डेटाबेस के लिये लगभग दस हजार नाम प्राप्त हुए हैं. इसमें सरकारी चिकित्सा संस्थान में कार्यरत कर्मियों की संख्या 4008 है. तो 5600 आईसीडीएस कर्मियों का नाम फिलहाल प्रथम चरण में टीकाकरण के लिये प्राप्त हुआ है. उन्होंने बताया कि टीकाकरण के लिये अब तक 106 निजी चिकित्सा संस्थान टैग किये गये हैं. इसमें महज 309 लोगों का नाम ही प्रथम चरण में टीकाकरण के लिये प्राप्त हो पाया है. उन्होंने कहा कि निजी चिकित्सा संस्थानों को अपने यहां कार्यरत कर्मियों का डेटा उपलब्ध कराने के लिये निर्धारित लिंक पर मंगलवार की शाम तक अपलोड कर सकते हैं. उन्होने निजी चिकित्सा संस्थानों से अपने यहां कार्यरत सभी कर्मियों का डेटा संबंधित लिंक पर अपलोड कराने की अपील की. 


टीका के उन्नत रखरखाव का हो रहा इंतजाम 

डीपीएम ने दो माह के अंदर कोरोना का टीका टीकाकरण के लिये उपलब्ध होने की संभावना व्यक्त करते हुए कहा कि टीकाकरण को लेकर जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा सभी जरूरी इंतजाम सुनिश्चित कराने के प्रयास किये जा रहे हैं. इसके लिये डब्ल्यूएचओ मेपिंग के आधार पर बड़े आकार के 15 डीप फ्रिजर, बड़े आकार के 11 एलआर व छोटे आकार के 03 आईएलआर की अधियाचना केंद्र सरकार को भेजी जा चुकी है. अधियाचित सामग्री के प्राप्त होने के बाद आवश्यकता के आधार पर सभी सरकारी चिकित्सा संस्थानों को ये उपलब्ध करा दिया जायेगा. ताकि टीका के रखरखाव व परिवहन के उन्नत इंतजाम सुनिश्चित कराया जा सके. प्रथम चरण के टीकाकरण के लिये 700 वैक्सीनेटर लगाये जायेंगे. टीकाकरण से पूर्व ही इसे लेकर उन्हें जरूर प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जायेगा. 


फिलहाल सतर्कता ही संक्रमण से बचाव का जरिया 

डीपीएम ने कहा कि प्रथम चरण में कोरोना का टीका सभी सरकारी व निजी स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत कर्मियों के साथ-साथ आईसीडीएस कर्मियों को उपलब्ध कराये जाने की योजना है. इसके लिये अब तक लगभग 10 हजार नाम प्राप्त हुए हैं. दूसरे चरण में पंचायती राज के प्रतिनिधि, धार्मिक गुरूओं व सरकारी कार्यालय में कार्यरत कर्मियों को इसके दायरे में शामिल किये जाने की योजना है. टीकाकरण को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग लगातार राज्य स्वास्थ्य समिति से प्राप्त होने वाले निर्देशों पर अमल कर रहा है. बावजूद इसके फिलहाल कोरोना से बचाव को लेकर लोगों को अपने स्तर से विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है. इसके लिये मास्क का उपयोग, शारीरिक दूरी का ध्यान रखना सहित संक्रमण से बचाव के अन्य उपायों पर अमल करना बेहद जरूरी है.

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