औरंगाबाद जिला के मदनपुर थाना क्षेत्र स्थित सीआरपीएफ बटालियन-G/153 के द्वारा सोमवार को सिलाई मशीन प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ मदनपुर स्थित महाविद्यालय के परिसर में किया गया।प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन उप कमाण्डेन्ट अनिल कुमार,मदनपुर थानाध्यक्ष पंकज कुमार सैनी और पुलिस निरीक्षक सुभाष चंद ने फीता काटकर किया।
इस दौरान उप कमाण्डेन्ट अनिल कुमार ने कहा कि,सीआरपीएफ के डीआईजी,आईजी और 153 बटालियन के कमाण्डेन्ट सौरभ कुमार चौधरी के निर्देशानुसार अतिनक्सल प्रभावित क्षेत्र के युवक-युवतियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक अहम पहल है।इससे वैसे क्षेत्र के लोगों को रोजगार प्राप्त होगा और किसी दूसरे के सामने हाथ फैलाने का मौका नही मिलेगा।जब महिलाएं सशस्क्त होंगी तो समाज भी सशस्क्त होगा।नक्सली कभी किसी का भला नही चाहते।वे कभी नही चाहते हैं कि, सुदूरवर्ती क्षेत्रों में विकास हो,लोग पढ़ लिखकर आगे बढ़े।ताकि वो अपना निजी स्वार्थ को पूरा कर सकें।इसलिए अब समय बदल चुका है।सकारात्मक सोंच के साथ सार्थक मार्ग पर आगे बढ़ें और अपने परिवार समाज को सुदृढ करें।
थानाध्यक्ष पंकज कुमार सैनी ने बताया कि,आज शिक्षा का युग है।जब तक आपके पास शिक्षा नही है तब तक आप किसी न किसी के अधीन रहेंगे।सीआरपीएफ के यह कदम नक्सल प्रभावित क्षेत्र के युवक-युवतियों को एक सुनहरा अवसर देने का कार्य करती है।इससे आप आत्मनिर्भर होंगे और अपने परिवार के साथ समाज का कल्याण करेंगे।अगर एक महिला शिक्षित होकर आत्मनिर्भर होती है तो पूरे समाज को एक नई ऊंचाई तक पहुंचाने का काम करती है।सरकारी योजनाओं का लाभ लें।आपको अपना हक मांगने का अधिकार है।प्रशासन आपके सहयोग के लिए हमेशा तत्पर है।बताते चलें कि,यह तीस दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम है जिसमे अतिनक्सल प्रभावित क्षेत्र के विभिन्न गांवों के बीस युवतियों व महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
प्रशिक्षण उपरांत उन्हें एक सिलाई मशीन और प्रमाण पत्र भी सौंपा जाएगा।कार्यक्रम के दौरान सभी को कोरोना जैसे खतरनाक वायरस के खिलाफ जागरूक किया गया और हमेशा मास्क पहनने और सामाजिक दूरी बनाए रखने की अपील की गई।इस दौरान उप निरीक्षक हरेश कुमार के साथ सीआरपीएफ बटालियन-G/153 के जवान उपस्थित रहे।