_रमेश ठाकुर - पश्चिम चंपारण,बिहार_
_दिनांक:- 29-10-2025_
लोक आस्था के महापर्व छठ की अद्भुत छटा इस वर्ष भी पश्चिम चंपारण के बड़गो गांव में देखने को मिली, जब बाबु धाम ट्रस्ट की अध्यक्षा मंजूबाला पाठक एवं ट्रस्ट के संस्थापक, पूर्व नौकरशाह ए.पी. पाठक ने अपने मातृभूमि में पूरे श्रद्धा, भक्ति और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ पर्व का पालन किया।
पाठक दंपति ने संध्या अर्घ्य के अवसर पर छठ घाट पर पहुंचकर भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया। इस दौरान पूरा वातावरण भक्ति और आस्था से सराबोर हो उठा। अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद अगली सुबह उदीयमान सूर्य को भी दोनों ने निष्ठा और विधि-विधान से अर्घ्य अर्पित किया।
विशेष बात यह रही कि ए.पी. पाठक अपने पुत्र पुरंजय प्रकाश के साथ नंगे पैर चलकर घाट पहुंचे, और लोक परंपरा का सम्मान करते हुए पूजा-अर्चना में भाग लिया। वहीं मंजूबाला पाठक ने अपने हाथों से ठेकुआ और प्रसाद तैयार कर व्रत की हर परंपरा को पूरी श्रद्धा के साथ निभाया।
इससे पूर्व बाबु धाम ट्रस्ट की ओर से छठव्रतियों के बीच पूजन सामग्री का वितरण किया गया। ट्रस्ट द्वारा हर वर्ष की तरह इस बार भी बड़ी संख्या में व्रतियों और श्रद्धालुओं को पूजन सामग्री उपलब्ध कराई गई, जिससे क्षेत्र में उत्सव का माहौल बन गया।
विगत कई दशकों से पाठक दंपति अपने पैतृक गांव बड़गो में ही छठ पर्व को उल्लास और श्रद्धा के साथ मनाते आ रहे हैं। महानगरों में उच्च प्रशासनिक पदों पर रहने के बावजूद उन्होंने अपनी संस्कृति, परंपरा और लोक आस्था से जुड़ाव कभी नहीं छोड़ा।
सेवा, संस्कार और संस्कृति के प्रतीक पाठक दंपति आज भी जनमानस के बीच प्रेरणा के स्रोत बने हुए हैं। पर्व के समापन पर उन्होंने चंपारणवासियों की खुशहाली और समृद्धि के लिए शुभकामनाएं दीं।

