_विशेष संवाददाता - बगहा पश्चिम चंपारण_
_दिनांक:- 08-06-2025_
रामनगर प्रखंड के सोहसा पंचायत अंतर्गत छौघरिया गांव में हो रहे नाला निर्माण कार्य को लेकर स्थानीय लोगों में गहरा असंतोष देखा जा रहा है। आरोप है कि निर्माण कार्य बिना शीलापट्ट लगाए, मानकों की अनदेखी करते हुए किया जा रहा है।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि नाला निर्माण में लोकल बालू और दो नंबर ईंट का उपयोग किया जा रहा है, जिससे इसकी गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। ग्रामीणों की मांग है कि निर्माण स्थल पर शीलापट्ट लगाया जाए, ताकि लागत, योजना संख्या, संवेदक और कार्य अवधि जैसी आवश्यक जानकारी सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हो सके।
*"नया निर्माण या मरम्मती?"*
जनता में भ्रम की स्थिति
ग्रामीणों के बीच यह भी चर्चा है कि यह कार्य नया निर्माण है या सिर्फ मरम्मती। लोगों का आरोप है कि संवेदक द्वारा नए निर्माण की जगह केवल रिपेयरिंग करवा कर खानापूर्ति की जा रही है।
स्थानीय लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि संबंधित संवेदक का यह कोई पहला मामला नहीं है। पहले भी इस तरह से मानकों की अनदेखी कर निर्माण कार्य किए गए हैं, लेकिन जिम्मेदार विभागीय अधिकारी आंख मूंदे बैठे हैं।
*जांच की उठी मांग*
ग्रामीणों ने प्रखंड प्रशासन से इस पूरे निर्माण कार्य की जांच की मांग की है। उनका कहना है कि अगर जल्द ही उचित जांच नहीं हुई, तो वे आंदोलन करने को विवश होंगे।
फिलहाल प्रशासन की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है। अब देखना यह होगा कि जांच के बाद सच्चाई सामने आती है या नहीं कि यह निर्माण कार्य वास्तव में नया है या महज एक रिपेयरिंग का ढकोसला।
