_रमेश ठाकुर - पश्चिमी चंपारण,बिहार_
_दिनांक:- 09-02-2025_
ऐतिहासिक वैशाली की भूमि पर Let's Inspire Bihar अभियान के अंतर्गत नमस्ते बिहार पंचम बृहत जन संवाद का भव्य आयोजन सहस्त्रों वैशालीवासियों की उपस्थिति में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस आयोजन में विकसित भारत – 2047 के संकल्प के साथ एक ऐसे विकसित बिहार के निर्माण की प्रतिज्ञा ली गई, जहाँ शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य के लिए किसी को बाहर न जाना पड़े।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए अभियान के संस्थापक ने वैशाली के उत्थान और पतन के ऐतिहासिक कारणों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि किसी भी सभ्यता की प्रगति उसके बृहत्तर दृष्टिकोण पर निर्भर करती है, लेकिन इतिहास यह भी सिखाता है कि आंतरिक कलह और अहंकार के कारण महान सभ्यताएँ नष्ट हो जाती हैं। उन्होंने वैशाली की प्रथम गणराज्य के रूप में ऐतिहासिक महत्ता का उल्लेख करते हुए बताया कि कैसे मात्र एक अमात्य वस्साकार की कूटनीति वैशाली के पतन का कारण बनी, जबकि भगवान बुद्ध ने भी वैशाली को अपराजेय बताया था।
अपने उद्बोधन में उन्होंने बिहार के समग्र विकास के लिए शिक्षा एवं कौशल के व्यापक प्रसार की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने हर जिले में सेंटर्स ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की वकालत करते हुए इसे बिहार में उद्यमिता क्रांति लाने का प्रभावी माध्यम बताया।
अभियान के अब तक के सफर पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि 22 मार्च 2021 को प्रारंभ हुआ यह अभियान आज एक जनांदोलन का रूप ले चुका है। जाति, संप्रदाय, लिंगभेद और वैचारिक मतभेदों से ऊपर उठकर शिक्षा, समता और उद्यमिता के मंत्र के साथ लाखों बिहारवासी इससे जुड़ चुके हैं। वर्तमान में 1,55,000+ लोग अभियान के साथ सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं और बिहार को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वैच्छिक योगदान दे रहे हैं।
इस ऐतिहासिक जन संवाद के सफल आयोजन से वैशाली में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है। आयोजन के अंत में सभी को एकजुट होकर राष्ट्रहित में सकारात्मक योगदान देने और बिहार को प्रगति की नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने का आह्वान किया गया।
"आइए, मिलकर प्रेरित करें बिहार!"