_रमेश ठाकुर - नरकटियागंज रामनगर, पश्चिमी चंपारण (बिहार)_
_दिनांक:- 06-02-2025_
बाल्मीकिनगर सांसद सुनील कुमार ने जानकारी दी है कि यूपी-बिहार बॉर्डर के कस्बों और गांवों को जल्द ही सीधी रेल कनेक्टिविटी मिलने वाली है। इस क्षेत्र के निवासियों को अब लंबी दूरी तय करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। छितौनी-तमकुही नई रेल लाइन के निर्माण से यूपी-बिहार बॉर्डर के यात्रियों को बेहतर रेल सेवा का लाभ मिलेगा।
गोरखपुर-नरकटियागंज रेलवे खंड में पनियहवा रेलवे स्टेशन से छितौनी होते हुए तमकुहीरोड स्टेशन तक 67.70 किमी लंबी रेल लाइन बिछाई जा रही है। इस प्रोजेक्ट से यूपी और बिहार के कुल 25 गांवों के लाखों लोगों को फायदा होगा। 2006 में शुरू हुई इस परियोजना का कार्य वर्ष 2012 में पनियहवा से छितौनी तक पूरा हो गया था, लेकिन आगे का कार्य रुक गया था।
इस रेल लाइन के निर्माण के लिए कुल 316 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता थी। पश्चिमी चंपारण के 13 में से आठ गांवों की 82.80 हेक्टेयर जमीन पहले ही अधिग्रहित हो चुकी है। अब यूपी के कुशीनगर जिले में पड़ने वाले सात गांवों की 44.46 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण के लिए रेल बजट-2025 में आवश्यक धनराशि की मंजूरी दे दी गई है। इससे रेलवे लाइन के निर्माण कार्य में और तेजी आएगी।
छितौनी-तमकुही रोड रेलवे लाइन के बनने से गोरखपुर-पनियहवा-छितौनी और तमकुही रोड का सीधा जुड़ाव हो जाएगा। इस रेल संपर्क से कुशीनगर जिले के खड्डा, पडरौना, तमकुहीराज तहसील और बिहार के पश्चिमी चंपारण तथा गोपालगंज जिले के लोगों को सीधा फायदा मिलेगा। वर्तमान में इस इलाके में ट्रेन पकड़ने के लिए पडरौना या बगहा स्टेशन तक जाना पड़ता है, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी होती है।
छितौनी और तमकुही रोड स्टेशन के बीच जटहा, मधुबनी, खैरा टोला और पिपराही स्टेशनों के निर्माण की योजना भी प्रस्तावित है। इससे इस क्षेत्र में रेल यात्रा और भी सुविधाजनक होगी।
बाल्मीकिनगर सांसद सुनील कुमार ने इस महत्वपूर्ण परियोजना की स्वीकृति के लिए प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, रेल मंत्री और वित्त मंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह परियोजना क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगी और लोगों को बेहतर आवागमन सुविधाएं मिलेंगी।
