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*नेशनल सेक्युलर संघ (NSS): भारत में एकता और नई ऊर्जा का संकल्प, 30 जनवरी 2025 को होगा ऐतिहासिक आजाद पार्क में गठन*



_रमेश ठाकुर - नरकटियागंज रामनगर पश्चिमी चंपारण,बिहार_

_दिनांक:- 15-01-2025_


प्रयागराज: कुशीनगर लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद प्रत्याशी और इलाहाबाद उच्च न्यायालय के विद्वान अधिवक्ता सुनील कुमार शुक्ल ने मकर संक्रांति के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए भारत के भविष्य के लिए एक ऐतिहासिक घोषणा की। श्री शुक्ल ने बताया कि 30 जनवरी 2025 को प्रयागराज के आजाद पार्क में नेशनल सेक्युलर संघ (NSS) की स्थापना की जाएगी। इस संस्था का उद्देश्य भारत को एकता, समृद्धि और ऊर्जा से भरपूर एक नए युग में ले जाना है।


श्री शुक्ल ने NSS के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह संस्था सभी धर्म, जाति और समुदायों को एक मंच पर लाकर राष्ट्रीय भावना को बढ़ावा देगी। उन्होंने कहा, "हम तिरंगे को अपना प्रेरणा स्रोत मानकर काम करेंगे और किसी भी धार्मिक प्रतीक के आगे सिर नहीं झुकाएंगे। NSS का मुख्य उद्देश्य युवाओं में राष्ट्र निर्माण के प्रति जागरूकता पैदा करना है।"


NSS युवाओं को न केवल एकता और भाईचारे के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करेगा, बल्कि एक स्वस्थ राजनीतिक परंपरा की शुरुआत करने के लिए भी तैयार करेगा। श्री शुक्ल ने कहा, "राजनीति गंदी नहीं है; यह इसलिए गंदी होती है क्योंकि अच्छे लोग इसमें आना नहीं चाहते। NSS ऐसे परिपक्व और ऊर्जावान युवाओं को तैयार करेगा जो भारत को विश्व गुरु बनाने में योगदान देंगे।


पत्रकारों द्वारा RSS के साथ NSS की तुलना पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए श्री शुक्ल ने कहा, "RSS एक महान संस्था है और इसके योगदान को नकारा नहीं जा सकता। लेकिन NSS का उद्देश्य उन पहलुओं को पूरा करना है, जो अभी अधूरे रह गए हैं। NSS केवल तिरंगे को मान्यता देगा और भारत के हर नागरिक को एक सूत्र में बांधेगा।"


श्री शुक्ल ने महात्मा गांधी के विचारों को उद्धृत करते हुए कहा, "अल्लाह-ईश्वर तेरो नाम, सबको सनमत दे भगवान" के सिद्धांत पर NSS कार्य करेगा। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के शब्द "बटोगे तो कटोगे, एक रहोगे तो नेक रहोगे" का जिक्र करते हुए इसे NSS की मुख्य प्रेरणा बताया।


NSS के गठन के बाद इसकी शाखाएं पूरे देश में स्थापित की जाएंगी। संस्था का उद्देश्य राष्ट्र निर्माण के लिए युवाओं को संगठित करना, उन्हें नेतृत्व कौशल सिखाना और भविष्य में एक स्वस्थ राजनीतिक मंच तैयार करना है।


श्री शुक्ल ने अपने संदेश में कहा, "हमारा भारत केवल हिंदू-मुस्लिम-सिख-ईसाई भाईचारे का प्रतीक नहीं रहेगा, बल्कि यह हर नागरिक के लिए समान अवसर और एकता का प्रतीक बनेगा। NSS का सपना है – एकता, समृद्धि और ऊर्जावान भारत।"

धन्यवाद। जय हिंद, जय भारत, जय लोकनायक।

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