_ठाकुर रमेश शर्मा_रामनगर पश्चिमी चंपारण _(बिहार)
_(मानवाधिकार एवं अपराध रिपोर्टर)__
_दिनांक - 20- 01- 2023_
जिस तरह महाभारत में महाराज धृतराष्ट्र ने हस्तिनापुर के गद्दी को पुत्र दुर्योधन के मोह एवं महत्वाकांक्षा के वजह से राजगद्दी गवा बैठे।क्या उसी प्रकार सुनैना देवी प्रखंड प्रमुख मैनाटांड़ भी अपने पुत्र अनूप जयसवाल के मोह में गवां बैठेंगी । बार - बार विवादों में रहने वाला नरकटियागंज अनुमंडल का मैनाटांड़ प्रखंड इस बार पुनः विवादों में घिरता नजर आ रहा है।इस बार क्षेत्र संख्या 16 से चुन कर महिला
प्रत्यासी सुनैना देवी प्रखंड प्रमुख बन तो गई परंतु उनके सुपुत्र अनूप कुमार जयसवाल महिला सशक्तीकरण का धज्जियां उड़ा रहे है।कानून में प्रखंड प्रमुख उप प्रमुख की कुर्सी अगल - बगल पूरे बिहार में लगती है। परंतु मैनाटांड़ में तीन कुर्सी लगती है क्योंकि इस प्रखंड के प्रखंडवासी गणमान्य तथा बुद्धिजीवी लोग बताते है कि प्रमुख सुनैना देवी पुत्र मोह में यह कुर्सी लगवाती है। क्योंकि अपने पुत्र अनूप कुमार जयसवाल को एक क्षण के लिए अपने नज़रों से ओझल नहीं रखना चाहती है। साथ अपने उतराधिकारी को हमेशा समकक्ष रखती है। पता नहीं कब ,कैसी स्थिति आ जाए? इस कुर्सी के बाबत अगर कोई पूछता है तो कहती है कि जिस मंत्री ने मुझे प्रमुख बनाया है वहीं हमारा सरपरस्त है।यह कुर्सी उसी के लिए रिजर्व है।
हालाकि हमारे पत्रकार बंधु ने दूरभाष पर पूर्व मंत्री खुर्शीद आलम से इस तीन कुर्सी के बाबत पूछा तो उन्होंने कहा कि हमारा स्तर विधान सभा का है । मैं तो प्रखंड कार्यालय झांकने भी नहीं जाता हूं। और ना ही कोई मतलब रहता है । मै हमेशा उससे बड़ी कुर्सी का ख्वाब अपने औकात के हिसाब से रखता हूं। हालांकि क्षेत्र सं० 14 के पंचायत समिति भाई खुर्शीद आलम जो उप प्रमुख है तथा अल्पसंख्यक समाज के सम्मानित प्रतिनिधि है, जिनका आमजनों में काफ़ी स्नेह, प्रेम के आधार पर प्रभाव काफ़ी है । इन्होंने बताया कि प्रमुख सुनैना देवी के पुत्र जो उम्र में लगभग 35 वर्ष के है। जो शिष्टाचार तथा उप प्रमुख का इज्जत करना जानता ही नहीं है।मुझे यानी उप प्रमुख को कहता है उप का मतलब(चुप) यानी खुर्शीद आलम तुम चुप रहो
तथा हमें युवराज की तरह सरकार चलाने दो।अब तो D.M बेतिया के साथ C.M बिहार के ही अल्पसंख्यक कल्याण को ध्यान में रखते हुए कानूनी दायरे में रखते हुए इस मैनाटांड़ प्रखंड के प्रखंड प्रमुख कार्यालय में लगे तीसरी कुर्सी पे लगी प्रश्न चिह्न को हटाकर आमजनों के सवालों का जवाब देते हुए न्याय संगत कार्यवाई करके न्याय का राज होने के दावे को साबित करते हुए अल्पसंख्यक कल्याण के साथ कल्याण करेंगे। हालाकि पूर्व में भी मधुरी पंचायत के पंचायत समिति
सतीश कुमार के द्वारा अनुमंडलाधिकारी नरकटियागंज के यहां दिए गए आवेदनों के आलोक में थाना प्रभारी मैनाटांड़ द्वारा एक जांच लंबित चला आ रहा है।जिसमें मानवाधिकार आयोग दिल्ली ने शीघ्र ही संज्ञान ले लिया है। ऊपर वाला ही बेहतर जानता है कि इस भ्रष्टाचार के जांच में ब्यूरोक्रेट के कौन - कौन से लोग संलिप्त है ।सबका शीघ्र हिसाब होने वाला है चाहे वो कितना ही प्रभावशाली क्यों न हो ?