Type Here to Get Search Results !

*चंपारण में दीनदयाल पर वन- विभाग दयाल*

*तो किसी और का क्या मजाल ?*

 _आर०के०ठाकुर-रामनगर,प०चंपारण(बिहार)_ 

 _दिनांक:-28-09-2022_


बिहार राज्य के पश्चिम चंपारण जिले में वन एवं पर्यावरण विभाग के संरक्षण में मोबाइल चिरान मशीन स्वच्छंद विचरण करके पूरे जिले में घूम-घूम कर अपने कार्य को अंजाम देते हुए लाखों रुपए वन विभाग के राजस्व को चूना लगा रहे हैं।

महत्वपूर्ण मामला नरकटियागंज पुलिस अनुमंडल क्षेत्र का है। जहां वर्षों से एक व्यक्ति आरा मशीन घूम घूम कर संचालित कर रहा है, परंतु विभागीय संरक्षण प्रमंडलीय  स्तर पर उसे प्राप्त है,जो उसपर सारे साक्ष्य मिलने पर भी विभाग ट्रैक्टर मशीन जप्त नही करते हैं। तथा नामजद अभियुक्त बनाकर मामला दर्ज कर गिरफ्तार नहीं करती है।

जानकारों का कहना है कि इस सातीर वन माफिया के ऊपर ऐसे निर्लज व्यक्ति या अधिकारी का संरक्षण प्राप्त है,जिसपर सीबीआई का छापा पड़ने के बाद विभागीय कार्यवाही हो चुकी है। फिर भी कुछ नहीं कर पा रहा है। इस अवैध आरा मशीन के विरुद्ध दिनांक:-29-05-2021 को ज्ञात हो कि पूर्व में लॉकडाउन के दौरान भी इस व्यक्ति के विरुद्ध कार्रवाई हुई थी।परंतु विभाग मशीन खोलकर ले गई,परंतु किसके आदेश से वहाँ संचालित हो रही थी,उसपर कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई।जिससे इस व्यक्ति का मनोबल बढ़ गया और पुनः चलंत आरा मशीन यानी मोबाइल चिरान संचालित निर्वाध रूप से कर रहा है।



कभी मुसहरवा, कभी मथुरा गोकुला, लाकड़ सिसई(लौरिया थाना क्षेत्र) तो कभी शिकारपुर थाना क्षेत्र के सेमरा चौक पर मशीन लगाकर चिराई करता रहता है। इसका संपर्क सूत्र इतना मजबूत है कि मोबाइल फोन पर ही जिला कार्यालय से संभावित कार्रवाई की सूचना मिल जाती है।

         विगत दिनों में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में भी खबर दिनांक:-9-08-2022 को एक स्थानीय चैनल से आई थी,परंतु विभाग को क्या चाहिए ? बंधी बधाई रकम।नुकसान उठाएं लाइसेंसी वाले।

विगत दिनों में 9-08-2022 को जब स्थानीय चैनल के संवाददाता ने उस अबैध चिरान संचालक मैस्सी ट्रैक्टर पर संचालित कर रहा था,उसका फ़ोटो समेत साक्षात्कार लेकर न्यूज़ लगाया गया जिसमें उसने अपना फर्जी नाम दीनदयाल ग्राम मंगुराहा बताया था, उस व्यक्ति का घर रामनगर थाना क्षेत्र में पचरुखीय है।उसका पूर्व का भी रिपोर्ट इस समाचार के साथ लगाया जा रहा है। फिर भी वन-विभाग ने संज्ञान नही लिया जो काफी निंदनीय है जो कई सवालों को जन्म दे रहा है। प्रिंसिपल चीफ कंज़र्वेटर ऑफ फारेस्ट को लेना होगा संज्ञान।तभी इस भ्रष्टाचारी मुद्दे से पर्दा हटेगी।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.