जनता को उनके मौलिक अधिकारों से वंचित नहीं किया जा सकता: शिवाजी राय
कसया, कुशीनगर।
भारत रत्न व संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ भीम राव अंबेडकर की 131 वीं जयंती पर राइज एंड एक्ट के तहत " राष्ट्रीय एकता, शांति व न्याय " विषयक संगोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि संविधान की मूलभूत अवधारणाओं के अनुरूप राष्ट्र विकास ही डॉ अंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
नगरपालिका परिषद कुशीनगर के सिसवा - महन्थ स्थित ज्ञान फाउंडेशन लखनऊ द्वारा संचालित श्री दुर्गा जी इंटर कालेज परिसर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यअतिथि सामाजिक चिंतक शिवा जी राय ने कहा कि आजादी की लड़ाई में आधुनिकता आयी। क्योकि गांधी, नेहरू, डॉ अंबेडकर जैसे नेता विदेशों में पढ़े थे और हमेशा उनके विचार एक रहे। समान अधिकार, समान अवसर, शिक्षा, स्वास्थ्य सुबिधा, रोजगार देश के हर नागरिक का मौलिक अधिकार है। उनके मौलिक अधिकारों से वंचित नहीं किया जा सकता। अगर करते हैं तो यह लोकतंत्र की हत्या है। विशिष्ट अतिथि विवेक कुमार वर्मा ने कहा
कि संविधान पर बढ़ रहे खतरों से हमें सावधान होना होगा और लोकतंत्र के मूल्यों के लिए आगे आना होगा। बाल न्यायलय बोर्ड के सदस्य अनिरुद्ध कुशवाहा ने बाल अधिकारों पर चर्चा की। इसी क्रम में राजेन्द्र भारती, धीरेंद्र त्रिपाठी, आदित्य पाठक, संजय सिंह ने अपने विचार रखते हुए कहा कि अंबेडकर ने समता मूलक समाज विकास के लिए कार्य किया। आयोजक हृदया नन्द शर्मा ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। अध्यक्षता प्रधानाचार्य महेश पासवान व संचालन शुभनरायन यादव ने किया। इससे पूर्व डॉ आंबेडकर के चित्र पर पुष्पार्चन कर उन्हें नमन किया गया। इस दौरान रमेश प्रसाद, श्रीमती माधुरी सिंह, राजेश गौतम, अशोक सिंह, राधेश्याम पाण्डेय, होसिलदार अहमद अंसारी, पुन्नू कुशवाहा, सहित छात्र - छात्राएं मौजुद रहीं।
*रिपोर्टर सिरजेश यादव 8896076537*