रोहतास से साहिल राज.....
आने वाले पर्यटकों को गाइड कराएंगे भ्रमण
बक्सर जिला मुख्यालय से ग्यारह किलोमीटर की दूरी पर गंगा और कर्मनाशा नदी के संगम पर बसे शेरशाह सूरी विजय स्थल के रुप मशहूर ऐतिहासिक स्थल चौसा के अच्छे दिन अब आ गये हैं। । शेरशाह विजय स्थल के रूप में दुनिया भर में मशहूर होने के बावजूद वर्षों तक सरकारी और प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार होकर अपनी बदहाली पर आठ-आठ आंसू बहाकर यहां आने वाले देसी -विदेशी की निराशा और मायूस करने वाले इस शेरशाह विजय स्थल को अब सजाने और संवारने का काम शुरू किया गया है। इसका कार्य पूरा हो जाने के बाद यह ऐतिहासिक गढ़ बहुत जल्द ही दूरदराज से यहां आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन जाएगा।
मनरेगा से बन रहा है आकर्षक पार्क:
सरकारी और प्रशासनिक उपेक्षा के कारण वर्षों तक बदहाली के दौर से गुजरने वाले इस विजय स्थल को पर्यटन के दृष्टिकोण से सजाने और संवारने के लिए जिला पदाधिकारी अमन समीर के निर्देश पर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के माध्यम से सौंदर्यीकरण का कार्य शुरू किया गया है। शेरशाह गढ़ को आकर्षक पार्क का रूप देने के लिए पिछले कुछ माह से चलाया जा रहा सौंदर्यीकरण का कार्य अब अंतिम चरण में है। आगामी 15 अगस्त को उद्घाटन के बाद इस पार्क को लोगों के लिए खोल दिया जाएगा।
पर्यटकों को इतिहास की जानकारी देंगे गाइड:
पार्क में मुलायम रेशमी घासों और रंग-बिरंगे फूलों की बिखरती छटा के बीच यहां का सौंदर्य निहारने के लिए आने वाले पर्यटकों को इतिहास की जानकारी देने के लिए गाइड का चयन किया गया है। मनरेगा के कार्यक्रम पदाधिकारी अजय सहाय ने फिलहाल तीन दिव्यांगों का गाइड के रूप में चयन किया गया है। उन्होंने बताया कि सुनील पटेल, अशोक कुमार और विकास कुमार को गाइड के रूप में नियुक्त किया गया है। ये तीनों गाइड दूरदराज से आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों को पार्क का अवलोकन कराने के साथ ही इस विजय स्थल के इतिहास की जानकारी से भी अवगत कराएंगे। इसके अलावा रानी घाट और महादेवा घाट का भी सैर कराएंगे। इसके लिए तीन गाइडों को प्रशिक्षण भी दिया गया है। उन्हें फोटो युक्त पहचान पत्र भी उपलब्ध कराया जाएगा।