Type Here to Get Search Results !

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी कि 77 वी जयंती पर पाठ्य सामग्री बाटी करगहर से

 मैनू दिन का रिपोर्ट 

रोहतास जिला एनएसयूआई कमेटी ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 77 वीं जयंती शुक्रवार को मनाई गई रोहतास जिला कमेटी ने गरीब बच्चों को इसके लिए पाठन सामग्री बाटी उनके जीवन में शिक्षा के महत्व को बताया

कार्यक्रम की अध्यक्षता रंजन ओझा ने किया रंजन ओझा ने बताया कि दूरदर्शी सोच के धनी भारत के छठे प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी ने वर्षों पहले जिस कंप्यूटर एवं सूचना क्रांति का बीज बोया आज वट वृक्ष बन चुका है जिसकी जड़ों ने भारत को विश्व पटल पर मजबूती से खड़ा किया है वर्तमान कोरोना महामारी से प्रभावी मुकाबले में संचार तकनीक की महत्वपूर्ण भूमिका साबित हो रही है।

वहीं जिला अध्यक्ष अनुराग तिवारी ने कहा 21 वी सदी में भारत के आधुनिक, समृद्ध , मजबूत लोकतंत्र एवं आत्मनिर्भर राष्ट्र स्वप्नदृष्टा कंप्यूटर एवं सूचना क्रांति के जनक सरल करुणाशील एवं विनम्र व्यक्तित्व के धनी भारत रत्न एवं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी को शत शत नमन एवं श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं राजीव गांधी कर्म योगी रहे हैं जिनके जीवन यात्रा में मानवता, सहाजता, सरलता, निष्क्षलता के कई मुकाम रहे हैं रसीद उनके चिंतन के केंद्र में था सर्वधर्म सद्भाव उनके मानस में रचा-बसा था राजीव गांधी के व्यक्तित्व में परंपरा और आधुनिकता का अद्भुत समन्वय था। नियति ने समय के कैनवास पर उन्हें बहुत कम समय बख्शा, लेकिन इतने कम समय में भी उन्होंने इतिहास के कैनवास पर अपनी अनूठी और अमिट छाप छोड़ी विलक्षण प्रतिभा के धनी राजीव जी में सादगी और दृढ़ता का आदर्श समावेश था। बेहद शांत और गंभीर प्रवृत्ति के राजीव गांधी जी का संपूर्ण जीवन सत्यम्, शिवम सुंदरम् का मूर्तिमान रूप था राजीव गांधी ने विषम परिस्थितियों में देश के प्रधानमंत्री पद का दायित्व संभाला। राजीव गांधी के साथ करोड़ों भारतीयों के मन में आधुनिक भारत की आशाएं, आकांक्षाएं और सपने जाग उठे। राजीव गांधी जी ने एक जननेता और प्रधानमंत्री के रूप में देश को पुननिर्माण एवं विकास के पथ पर अग्रेषित किया। उन्होंने भारत को आधुनिक, खुशहाल और एक मजबूत राष्ट्र बनाने में विशेष भूमिका निभाई। सबकी सुनना और सबको साथ लेकर चलना राजीवजी के व्यक्तित्व की सबसे बड़ी विषेषता थी। वे आमजन की समस्याओं को बड़े ध्यान से देखते थे और फिर सही दिशा-निर्देश देकर उसको सुलझाने का काम करते थे, यही उनकी कार्यशैली थी। मौके पर निलेश तिवारी उर्फ मोनू तिवारी, नितेश तिवारी, उज्ज्वल तिवारी, रंजन पांडे, अभिनव आनंद, रत्नेश साह, जगदेव सिंह, अमित पासवान, भगत पासवान , लिडू पासवान आदि उपस्थित रहे।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.