समस्तीपुर/मोरवा:-नून नदी में आई बाढ़ के कारण सारंगपुर पश्चिमी पंचायत चौर में इतना जलजमाव है कि गेहूं की बुवाई पर संकट उत्पन्न हो गया है। एक और जहां धान की नयी फसल डूब गई, वहीं पकी हुई फसल जलजमाव के कारण किसानों को घर लाने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। जलजमाव के कारण पके हुए धान के दाने जन्मने लगे हैं। यदि अति शीघ्र जल निकासी की व्यवस्था नहीं कराई गई तो गेहूं की फसल की बुवाई असंभव हो जाएगी। मछली व्यवसायियों द्वारा नून नदी की धारा को पन्नी एवं जाल के द्वारा जल प्रवाह को रोक दिया गया है। जिसके कारण नून नदी का जलस्तर स्थिर हो जाने से जल निकासी असंभव हो गया है।फलस्वरूप अजीत कुमार मिश्र, अवध झा, शंभू झा, शिवम झा, अजय झा राजेश मिश्र आदि किसानों ने सीओ प्रीति लता से मिलकर आवेदन देकर अति शीघ्र नून नदी के जल प्रवाह को खुलवाने एवं खेतों से जल निकासी कराने की मांग की है। ताकि किसानों के द्वारा समय पर गेहूं की बुवाई संभव हो सके।