बिहार से सोनम कुमारी की रिपोर्ट
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कर्ण की धरती बरियारपुर ( मुंगेर)
मे प्रगतिशील बुद्धिजीवी साहित्य मंच के बैनर तले साहित्य संगम ग्रुप की ओर से एक शानदार ऑनलाइन कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया ।
जिसकी अध्यक्षता मंच के वरिष्ठ कथाकार एवं समाजसेवी संजीव प्रियदर्शी ने की तथा संचालन कवि व शायर के कोहिनूर शशि आनन्द अलबेला कर रहे थे ।
मुख्य अतिथि रांची ( झारखंड) की वरिष्ठ कवियत्री एवं समाजसेवी मिनू मिना सिन्हा थी तथा विशिष्ट अतिथि सिल्क नगरी
भागलपुर के वरिष्ठ कवि प्रोफेसर नवीन निकुंज, त्रिलोकी नाथ दिवाकर एवं जाने माने मशहूर शायर विकास कुमार तथा समीक्षक के तौर पर प्रबुद्ध समीक्षक पटना से महेश आनन्द थे।
कार्यक्रम की शुरूआत कवियत्री बरखा सुमन की कविता से की गई । कवि त्रिलोकी नाथ दिवाकर ने देश भक्ती युक्त मुक्तक सुनाया।
इस ऑनलाइन कवि सम्मेलन मे एक से बढ़कर एक रचनाकारों की मोजुदगी रही। जिसमे कवियत्री करुणा सुमन , शायर पंकज कर्ण,
अपनी अपनी रचना से कार्यक्रम में चार- चांद लगा दिये।
समीक्षक के उद्बोधन के उपरांत अध्यक्ष के द्वारा ऑनलाइन कवि सम्मेलन समाप्ति की घोषणा की गई ।
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कर्ण की धरती बरियारपुर ( मुंगेर)
मे प्रगतिशील बुद्धिजीवी साहित्य मंच के बैनर तले साहित्य संगम ग्रुप की ओर से एक शानदार ऑनलाइन कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया ।
जिसकी अध्यक्षता मंच के वरिष्ठ कथाकार एवं समाजसेवी संजीव प्रियदर्शी ने की तथा संचालन कवि व शायर के कोहिनूर शशि आनन्द अलबेला कर रहे थे ।
मुख्य अतिथि रांची ( झारखंड) की वरिष्ठ कवियत्री एवं समाजसेवी मिनू मिना सिन्हा थी तथा विशिष्ट अतिथि सिल्क नगरी
भागलपुर के वरिष्ठ कवि प्रोफेसर नवीन निकुंज, त्रिलोकी नाथ दिवाकर एवं जाने माने मशहूर शायर विकास कुमार तथा समीक्षक के तौर पर प्रबुद्ध समीक्षक पटना से महेश आनन्द थे।
कार्यक्रम की शुरूआत कवियत्री बरखा सुमन की कविता से की गई । कवि त्रिलोकी नाथ दिवाकर ने देश भक्ती युक्त मुक्तक सुनाया।
इस ऑनलाइन कवि सम्मेलन मे एक से बढ़कर एक रचनाकारों की मोजुदगी रही। जिसमे कवियत्री करुणा सुमन , शायर पंकज कर्ण,
अपनी अपनी रचना से कार्यक्रम में चार- चांद लगा दिये।
समीक्षक के उद्बोधन के उपरांत अध्यक्ष के द्वारा ऑनलाइन कवि सम्मेलन समाप्ति की घोषणा की गई ।