उप संपादक : मंजय लाल सत्यम
डीएम, एसपी सहित अन्य पदाधिकारी एवं गणमान्य ने माल्यार्पण कर वीर सपूतों को नमन किया
बेतिया परतंत्र भारत से मुक्ति दिलाने वाले नौजवान जिन्होंने 24 अगस्त 1942 को अगस्त क्रान्ति(तारकट्टी) के दौरान भारत माता को गुलामी की बेड़ियों से आजादी दिलाने के वास्ते हंसते-हंसते अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया। उन्हीं अमर क्रान्तिवीरों में बेतिया के 08 नौजवानों के सम्मान में सोमवार को शहीद स्मारक परिसर में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर शहीदों की प्रतिमाओं पर माल्यापर्ण कर उन्हे व उनके बलिदान को नमन किया गया। इस क्रम में जिला प्रशासन की ओर से जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार ने वीर सपूतों को याद करते हुए कहा कि शहीदों के त्याग एवं बलिदान से हमें सीख लेनी चाहिए। सभी के दिलों में राष्ट्रभक्ति की भावना होनी चाहिए। देश, राज्य व जिला के विकास में बहुमूल्य योगदान देना चाहिए। प्रत्येक नागरिक कर्तव्यों का निवर्हन पूरी ईमानदारी से करें। उन्होंने कहा कि किसी देश, राज्य एवं जिला के विकास के लिए अनुशासन का होना अतिआवश्यक है। आमजन को निहित स्वार्थ से उपर उठकर देश/समाज के लिए भी सोचना चाहिए। शहीदों के बताये गये रास्तों पर चलकर भी हम सभी बलिदानियों को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित कर सकते हैं। श्रद्धांजलि सभा के पूर्व सशस्त्र बल के जवानों ने अमर शहीदों के सम्मान में सलामी परेड में सलामी पेश किया। इसके बाद जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार, पुलिस अधीक्षक बेतिया निताशा गुड़िया, अपर समाहर्ता,नन्द किशोर साह, उप विकास आयुक्त रवींद्र नाथ प्रसाद सिंह, ओएसडी, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद बेतिया, जिला शिक्षा पदाधिकारी, डीपीओ आइसीडीएस सहित अन्य पदाधिकारियों एवं रवींद्र कुमार शर्मा व अन्य गणमान्य ने शहीदों को माल्यापर्ण किया तथा उनको याद करते हुए नमन किया। अगस्त क्रान्ति आंदोलन शहीदों के आश्रित रामचन्द्र उपाध्याय, ओमप्रकाश, लखरजिया देवी, रामधारी कुंवर, फौजदार अहीर एवं शिव प्रसाद को उनके घर जाकर जिला पदाधिकारी ने प्राधिकृत उत्तराधिकारियों ने सम्मानित भी किया।
डीएम, एसपी सहित अन्य पदाधिकारी एवं गणमान्य ने माल्यार्पण कर वीर सपूतों को नमन किया
बेतिया परतंत्र भारत से मुक्ति दिलाने वाले नौजवान जिन्होंने 24 अगस्त 1942 को अगस्त क्रान्ति(तारकट्टी) के दौरान भारत माता को गुलामी की बेड़ियों से आजादी दिलाने के वास्ते हंसते-हंसते अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया। उन्हीं अमर क्रान्तिवीरों में बेतिया के 08 नौजवानों के सम्मान में सोमवार को शहीद स्मारक परिसर में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर शहीदों की प्रतिमाओं पर माल्यापर्ण कर उन्हे व उनके बलिदान को नमन किया गया। इस क्रम में जिला प्रशासन की ओर से जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार ने वीर सपूतों को याद करते हुए कहा कि शहीदों के त्याग एवं बलिदान से हमें सीख लेनी चाहिए। सभी के दिलों में राष्ट्रभक्ति की भावना होनी चाहिए। देश, राज्य व जिला के विकास में बहुमूल्य योगदान देना चाहिए। प्रत्येक नागरिक कर्तव्यों का निवर्हन पूरी ईमानदारी से करें। उन्होंने कहा कि किसी देश, राज्य एवं जिला के विकास के लिए अनुशासन का होना अतिआवश्यक है। आमजन को निहित स्वार्थ से उपर उठकर देश/समाज के लिए भी सोचना चाहिए। शहीदों के बताये गये रास्तों पर चलकर भी हम सभी बलिदानियों को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित कर सकते हैं। श्रद्धांजलि सभा के पूर्व सशस्त्र बल के जवानों ने अमर शहीदों के सम्मान में सलामी परेड में सलामी पेश किया। इसके बाद जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार, पुलिस अधीक्षक बेतिया निताशा गुड़िया, अपर समाहर्ता,नन्द किशोर साह, उप विकास आयुक्त रवींद्र नाथ प्रसाद सिंह, ओएसडी, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद बेतिया, जिला शिक्षा पदाधिकारी, डीपीओ आइसीडीएस सहित अन्य पदाधिकारियों एवं रवींद्र कुमार शर्मा व अन्य गणमान्य ने शहीदों को माल्यापर्ण किया तथा उनको याद करते हुए नमन किया। अगस्त क्रान्ति आंदोलन शहीदों के आश्रित रामचन्द्र उपाध्याय, ओमप्रकाश, लखरजिया देवी, रामधारी कुंवर, फौजदार अहीर एवं शिव प्रसाद को उनके घर जाकर जिला पदाधिकारी ने प्राधिकृत उत्तराधिकारियों ने सम्मानित भी किया।