नावानगर से अशोक कुमार की रिपोर्ट
नावानगर बक्सर:
नावानगर प्रखंड के मध्य विद्यालय नावानगर के प्रांगण में मंगलवार को बिहार स्टेट उर्दू टीचर्स एसोसिएशन के आह्वान पर प्रखंड इकाई नावानगर द्वारा उर्दू विषय को अनिवार्य विषय मे शामिल नही करने व सरकार द्वारा निर्गत विज्ञापन के खिलाफ विरोध जताया गया।नावानगर प्रखंड इकाई के सदस्यों ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि शिक्षा विभाग के पत्रांक 799 दिनांक 15 मई 2020 द्वारा जारी विज्ञापन के विरोध में प्रदर्शन किया गया व सरकार से मांग किया गया कि इस विज्ञापन में सुधार कर माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों के पाठ्यक्रम में उर्दू भाषा को अनिवार्य विषय के रूप में रखा जाए। माननीय मुख्यमंत्री द्वारा पूर्व में ही वादा किया गया था कि बिहार के सभी प्राथमिक मध्य, माध्यमिक , उच्च माध्यमिक व महाविद्यालयों में एक-एक उर्दू भाषी शिक्षक की नियुक्ति की जाएगी। जिसको देखते हुए बिहार राज्य स्टेट उर्दू टीचर्स एसोशिएशन बिहार सरकार से वादा पूरा करने की मांग की है। इस विरोध मर्यक्रम में मुख्य रूप से मो मुमताज अली, मो मोनिरुदीन,अरशद हुसैन,सलामत अली, औजान शाहिल, मो हनीफ मुबीर, मो नासिमुल हक, सेराजुदिन खा, नुरूज फयाज हसन, तौहीद आलम सहित अन्य शामिल रहे।
नावानगर बक्सर:
नावानगर प्रखंड के मध्य विद्यालय नावानगर के प्रांगण में मंगलवार को बिहार स्टेट उर्दू टीचर्स एसोसिएशन के आह्वान पर प्रखंड इकाई नावानगर द्वारा उर्दू विषय को अनिवार्य विषय मे शामिल नही करने व सरकार द्वारा निर्गत विज्ञापन के खिलाफ विरोध जताया गया।नावानगर प्रखंड इकाई के सदस्यों ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि शिक्षा विभाग के पत्रांक 799 दिनांक 15 मई 2020 द्वारा जारी विज्ञापन के विरोध में प्रदर्शन किया गया व सरकार से मांग किया गया कि इस विज्ञापन में सुधार कर माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों के पाठ्यक्रम में उर्दू भाषा को अनिवार्य विषय के रूप में रखा जाए। माननीय मुख्यमंत्री द्वारा पूर्व में ही वादा किया गया था कि बिहार के सभी प्राथमिक मध्य, माध्यमिक , उच्च माध्यमिक व महाविद्यालयों में एक-एक उर्दू भाषी शिक्षक की नियुक्ति की जाएगी। जिसको देखते हुए बिहार राज्य स्टेट उर्दू टीचर्स एसोशिएशन बिहार सरकार से वादा पूरा करने की मांग की है। इस विरोध मर्यक्रम में मुख्य रूप से मो मुमताज अली, मो मोनिरुदीन,अरशद हुसैन,सलामत अली, औजान शाहिल, मो हनीफ मुबीर, मो नासिमुल हक, सेराजुदिन खा, नुरूज फयाज हसन, तौहीद आलम सहित अन्य शामिल रहे।