अमेठी – कोतवाली मोहनगज के अन्तर्गत ग्राम पूरे चंदई मजरे चिलूली मे न्याय के लिये थाना मोहनगज के तीन माह से लगा रही चक्कर लेकिन कोतवाली मोहनगज की पुलिस उसे न्याय दिलाने मे पूरी तरह अक्षम सी दिख रही है बताते चले जामिना पत्नी बिधवा इदरीश उर्म 65 वर्ष के घर पर दबंगों ने कब्जा करके उसे बेघर कर दिया है लेकिन मोहनगज पुलिस के बीते दो माह से चक्कर लगाते लगाते थक चुकी है लेकिन पुलिस उसे न्याय नही दिला पा रही है। भुग्त भोगी जामिना ने बताया मई माह मे स्वास्थ्य खराब होने के कारण अपनी बेटी पूरे रानी मजरे भदैया फुरसतगंज गयी थी वहाँ से स्वास्थ्य मे सुधार होने के पश्चात मई माह के अन्त मे आई तो उसके देवर याकूब के पुत्र काशिम तथा जहाँगीर उसके घर का ताला तोडकर गृहस्थी सहित अपना कब्जा जमाकर रह रहे है। जबकि उनका घर बगल मे है। बिघवा महिला तीन माह इघर उधर रहकर समय गुजार रही है इस मामले को ट्विटर के माध्यम से डीएम अमेठी को भी अवगत कराया गया डीएम साहब ने संबंधित अधिकारी को कार्यवाही के आदेश भी दिए लेकिन इसके बावजूद भी किसी भी संबंधित अधिकारी के ऊपर कोई असर नहीं पड़ा पीड़ित महिला 6 से 7 किलोमीटर पैदल चलकर कोतवाली आती हूँ । और साहब कहते है। कल आऊँगा परसो आऊँगा का आश्वासन देकर वापस भेज देते हैं। मोहनगंज पुलिस की कार्यशैली को लेकर अराजक तत्वों के हौसले बुलंद हैं वैसे भी मोहनगंज पुलिस एकपक्षीय कार्यवाही करने के लिए चर्चित है । इस सम्बन्ध मे कोतवाली प्रभारी बिश्वनाथ यादव बात करने पर बताते हैं कि अभी बहुत व्यस्तता है । देख लेंगे